महाराष्ट्र में भाजपा नीत महायुति सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार के कामकाज, चुनौतियों और आगे की दिशा को लेकर बड़ा बयान दिया है।
महाराष्ट्र में भाजपा नीत महायुति सरकार ने अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा कर लिया है। इस अवसर पर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अपने भाषण में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने न केवल सरकार की उपलब्धियों पर बात की, बल्कि विपक्ष के आरोपों का भी जवाब दिया। मुंबई को लेकर उठने वाली आशंकाओं पर फडणवीस ने दो टूक कहा कि महाराष्ट्र एक शक्तिशाली राज्य है और किसी भी तरह के भ्रम की जरूरत नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि चुनावों के समय जानबूझकर ऐसी बातें उठाई जाती हैं, लेकिन मुंबई कल भी महाराष्ट्र की थी, आज भी है और हमेशा महाराष्ट्र की ही रहेगी।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मुंबई को लेकर किसी को भी किसी तरह का भ्रम नहीं पालना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एक शक्तिशाली राज्य है, जो 106 शहीदों के बलिदान से बना है। चुनाव आने पर कुछ नेता ऐसा बयान देते है कि मुंबई महाराष्ट्र से अलग की जाएगी। लेकिन मुंबई कल भी महाराष्ट्र की थी, आज भी महाराष्ट्र की है और जब तक सूरज-चांद हैं, तब तक महाराष्ट्र की ही रहेगी। मुंबई को महाराष्ट्र से कोई अलग नहीं कर सकता।
अपने भाषण में फडणवीस ने एक भावनात्मक कविता भी पढ़ी। उन्होंने कहा, “अब आगे बढ़ चुका हूं मैं, पीना था जितना जहर पी चुका हूं मैं, अब पग नहीं रुकनेवाले, आगे चल चुका हूं मैं, जितना पढ़ना था तुमको, पढ़ चुका हूं मैं, अब आगे बढ़ चुका हूं मैं।"
फडणवीस ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल रहा है, उनके सिद्धांतों पर और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की एकजुटता का जिक्र करते हुए कहा कि महायुति के तीनों नेता (उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार सहित) एकजुट होकर निर्णय लेते हैं और उन्हें लागू करने का प्रयास करते हैं।
हाल ही में संपन्न हुए नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब राज्य में नगर निगम चुनाव भी होंगे। लंबे समय से स्थानीय निकाय चुनाव न होने के कारण जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं में निराशा थी, लेकिन चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से लोकतंत्र अब आखिरी पायदान तक पहुंचेगा। इन चुनावों से लोकतंत्र जमीनी स्तर तक मजबूत होगा और महाराष्ट्र को एक नई गति मिलेगी।
सीएम फडणवीस ने स्वीकार किया कि राज्य ने कोरोना महामारी और कई अन्य ऐसी मुश्किलों का सामना किया है। लेकिन अब पीछे मुड़कर देखने का समय नहीं है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ने का है। हमने तय किया है कि महाराष्ट्र अब रुकेगा नहीं, महाराष्ट्र को आगे ले जाना है।
फडणवीस ने कहा कि नगरपालिका चुनावों में भी सरकार विकास को ही मुख्य एजेंडा बनाकर जनता के सामने गई है। उन्होंने साल 2035 के 'अमृत महोत्सव महाराष्ट्र' के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि भले ही सत्ता पक्ष और विपक्ष अलग-अलग हों, लेकिन सभी को महाराष्ट्र के हित को सर्वोपरि रखना चाहिए।