Devendra Fadnavis on Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रहा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में दिए गए बयान ने महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली का दावा किया और चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ समझौता करने का गंभीर आरोप लगाया। इस बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत को बदनाम करते हैं, लेकिन ऐसा करने से वह चुनाव नहीं जीत सकते, उन्हें जनता के बीच जाना चाहिए।
मुंबई में पत्रकारों के सवाल पर बीजेपी नेता व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "यह बहुत ही दुख की बात है कि राहुल गांधी विदेश में जाकर अपने देश के प्रति, देश की संवैधानिक संस्था के प्रति इस प्रकार से झूठ फैलाने का प्रयास करते हैं... भारत के लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास करते है। लोकतंत्र पर सवाल उठाते है। यह बहुत ही निंदनीय है।“
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, “मेरे अनुसार बार-बार चुनाव हारने के बाद उनके ऊपर जो असर हुआ है उसी वजह से वे ऐसी हरकत कर रहे हैं। कोई भी देशभक्त इस प्रकार से अपने देश को विदेश में जाकर बदनाम नहीं करता है। राहुल गांधी जिस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं उससे उनके चरित्र पर एक सवालिया निशान खड़ा हो गया है, ऐसी चीजें करने के बजाय वह जनता में जाए और जनता का विश्वास वापसी हासिल करें, तो वह चुनाव जीत सकेंगे... दुनिया भर में देश की बदनामी करके वे चुनाव नहीं जीत सकते हैं इससे उनका ही कद छोटा होता जाएगा।"
वहीँ, चुनाव आयोग को लेकर राहुल गांधी के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, "उनका बयान 100 फीसदी सही है, क्योंकि चुनाव आयोग बीजेपी के कार्यालय से ही चलता है, ये पूरी दुनिया जानती है।"
इस मुद्दे पर शिवसेना (एकनाथ शिंदे) नेता संजय निरुपम ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को बार-बार समझाया गया कि देश के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नहीं उठाना चाहिए, लेकिन वे जानबूझकर ऐसा करते हैं। महाराष्ट्र चुनाव का नतीजा उनके लिए बुरा सपना बन गया है। जनता ने उनके नेतृत्व को नकार दिया है। अगर वे इसी तरह जनता का अपमान करते रहे, तो कांग्रेस को तो इस बार 16 सीटें मिलीं, लेकिन अगली बार 6 सीटों पर सिमट जाएगी। चुनाव आयोग स्वतंत्र संगठन है और गड़बड़ी कांग्रेस के अंदर है, चुनाव आयोग के सिस्टम में नहीं है।"