मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले छह दिनों तक महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मौसम में बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन हवाओं की दिशा बदलने से नए साल पर ठिठुरन और अधिक बढ़ सकती है।
नए साल 2026 के स्वागत से पहले महाराष्ट्र के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पारा तेजी से नीचे गिरा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिसंबर के अंत तक यह ठंड से राहत नहीं मिलेगी। वहीं, उत्तर भारत में रविवार सुबह घना कोहरा छाए रहने के कारण फ्लाइट और रेल सेवाएं बाधित हुईं। कई राज्यों में स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है और घने कोहरे व ठंड के चलते आम-जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
उत्तर भारत में सक्रिय हुई तीव्र शीतलहर का सीधा प्रभाव महाराष्ट्र में दिख रह है। उत्तर और मध्य महाराष्ट्र के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे चला गया है। सुबह और शाम के समय चलने वाली ठंडी हवाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग की मानें तो 1 जनवरी तक उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में घना कोहरा छाया रहेगा, जिसका असर महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाकों पर भी पड़ेगा।
IMD के ताजा अपडेट के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड रहेगी। खासकर मराठवाड़ा और विदर्भ के आंतरिक इलाकों में धूप निकलने के बावजूद रात और सुबह के समय हाड़ कंपाने वाली ठंड महसूस होगी। अहिल्यानगर (अहमदनगर) में भी तापमान में बड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। पुणे और नासिक में आसमान साफ रहेगा लेकिन सुबह के समय धुंध रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री तक रह सकता है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले छह दिनों तक महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों में मौसम में बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन हवाओं की दिशा बदलने से नए साल पर ठिठुरन और अधिक बढ़ सकती है। हालांकि अगले तीन दिनों के दौरान विदर्भ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक बढ़ सकता है।