Nagpur-Gondia expressway News: नागपुर-गोंदिया एक्सप्रेसवे परियोजना पर पहले चरण में लगभग 3,162 करोड़ रुपये खर्च होंगे। भूमि अधिग्रहण को भी हरी झंडी मिल गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव के मौके पर प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में नागपुर-गोंदिया एक्सप्रेसवे परियोजना को मंजूरी दे दी गई। सरकार का कहना है कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय तीन घंटे से घटकर केवल 75 मिनट रह जाएगा।
162.5 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के निर्माण का जिम्मा महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) को सौंपा गया है। भूमि अधिग्रहण के लिए प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है, जिसके लिए कुल 3162.18 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। हालांकि निर्माण कार्य के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि इस मार्ग से नागपुर, भंडारा और गोंदिया जिलों के करीब 10 तालुका और 115 गांव सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। साथ ही, यह एक्सप्रेसवे नागपुर और मुंबई जैसे बड़े शहरों को पिछड़े और आदिवासी बहुल क्षेत्रों से जोड़ने का काम करेगा।
नागपुर-गोंदिया एक्सप्रेसवे परियोजना में 26 फ्लाईओवर, जानवरों के लिए 8 अंडरपास, 15 बड़े और 63 छोटे पुल, 71 नहर क्रॉसिंग शामिल है। 8 जगहों पर इंटरचेंज बनाए जाएंगे, जिमसें गवसी, पाचगांव, ठाना, रोटरी, पांजरा, पालडोंगरी, लोहरी और सावरी शामिल है।
सरकार को उम्मीद है कि 162.577 किमी लंबी यह परियोजना न केवल यात्रा को तेज और आसान बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास की राह भी खोलेगी। इस एक्सप्रेसवे से नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय विकास में तेजी आएगी और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।