Maharashtra Politics : संजय राउत ने कहा, छगन भुजबल जैसे नेता भी शिवसेना छोड़कर गए, लेकिन उन्होंने कभी भी ठाकरे परिवार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया।
Sanjay Raut on Eknath Shinde : शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला है। राउत ने कहा कि शिंदे को कम से कम इतना शिष्टाचार दिखाना चाहिए कि वे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें। शिंदे की राजनीति में जो भी पहचान बनी है, वह सिर्फ उद्धव ठाकरे के समर्थन की वजह से ही बनी है। राउत ने कहा, जब आपके ऊपर मोदी-शाह की छत्रछाया नहीं होगी तो आप कहां होंगे? शिंदे और उनके लोगों को केदारनाथ की गुफा में या गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर के गर्भगृह में बैठकर यह सोचना चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे के सियासी सफर का जिक्र करते हुए कहा कि जब 2004 में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देने की बात आई, तो उद्धव ठाकरे ने ही शिंदे पर भरोसा जताया और उन्हें अवसर दिया। अगर ठाकरे परिवार का समर्थन नहीं होता, तो शायद आज वे (शिंदे) इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि अगर शिंदे को कृतज्ञता का सही मतलब समझ में आता है, तो उन्हें उद्धव ठाकरे का सम्मान करना चाहिए और इस तरह से आलोचना नहीं करनी चाहिए।
राउत ने कहा, "आपने मतभेद के कारण हमें छोड़ दिया। हमने आपकी आलोचना की, बदले में आपने हमारी आलोचना की। लेकिन उद्धव ठाकरे के बारे में आप जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, आपको आत्मचिंतन करना चाहिए और फिर अपने शब्दों का चयन करना चाहिए। आपको सोचना चाहिए कि जब नरेंद्र मोदी और अमित शाह सत्ता से बाहर हो जाएंगे तो आप कहां होंगे। कामाख्या मंदिर या केदारनाथ गुफा जाएं और आत्मचिंतन करें। आप जो धनबल का दिखावा कर रहे हैं, वह इसलिए है क्योंकि उद्धव ठाकरे ने आपको राजनीति में आगे बढ़ने की ताकत दी।"
संजय राउत ने आगे कहा, "हम छगन भुजबल और गणेश नाइक जैसे नेताओं का सम्मान करते हैं, जिन्होंने हमसे नाता तोड़ लिया, लेकिन वे हमेशा ठाकरे परिवार के आभारी रहे। अगर आपको (एकनाथ शिंदे) ठाकरे परिवार से समर्थन और ताकत नहीं मिलती, तो मोदी और शाह और देवेंद्र फडणवीस आपकी ओर देखते भी नहीं, आपको अपने दरवाजे पर खड़ा भी नहीं करते, क्योंकि मैं जानता हूं कि उनकी नियत क्या हैं।"