Raj Thackeray MNS : अजित पवार गुट के नेता अमोल मिटकरी ने इस संबंध में अकोला पुलिस अधीक्षक से बात की और तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक अमोल मिटकरी द्वारा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को 'सुपारीबाज नेता' कहे जाने के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को उनकी कार में तोड़फोड़ की। अजित पवार गुट के नेता मिटकरी आज जब अकोला के सरकारी रेस्ट हाउस में पहुंचे तो गुस्साए मनसे कार्यकर्ताओं ने उनकी कार पर हमला कर दिया।
इस घटना के बाद मिटकरी भी आक्रामक हो गए हैं और उन्होंने कहा है कि जब तक आरोपियों को पकड़ा नहीं जाता, वे चैन से नहीं बैठेंगे। वह अपने समर्थकों के साथ पुलिस थाने पहुंचे है। उन्होंने कहा, पीछे से मर्द हमला नहीं करते.. हमारे कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्हें मेरी आलोचना पर आपत्ति थी तो मुझसे इस पर चर्चा करनी चाहिए थी।
अमोल मिटकरी ने हमले के संबंध में अकोला पुलिस अधीक्षक से बात की और तत्काल कार्रवाई की मांग की।
डिप्टी सीएम अजित पवार नीत एनसीपी के प्रवक्ता अमोल मिटकरी पर हमला और कार में तोड़फोड़ के मामले में मनसे के 8 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अकोला (Akola News) की सिविल लाइन पुलिस में केस दर्ज किया गया हैं। इस मामले के संदिग्ध आरोपियों में मनसे महासचिव कर्णबाला दुनबले, जिलाअध्यक्ष पंकज साबले, राजेश काले, सौरभ भगत, महिला जिला अध्यक्ष प्रशंसा अंबेरे और अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं।
हाल ही में पुणे में बाढ़ की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अजित पवार पर निशाना साधा था। इस पर पलटवार करते हुए अमोल मिटकरी ने राज ठाकरे पर कटाक्ष किया। उन्होंने राज ठाकरे को सुपारी लेने वाला कहा था। मिटकरी की इस टिप्पणी के बाद मनसे के कार्यकर्ता बेहद आक्रामक हो गये।
अमोल मिटकरी मंगलवार को अकोला के सरकारी रेस्ट हाउस में किसानों की समस्या सुनने आए थे। उसी वक्त मनसे कार्यकर्ताओं ने उनकी कार को निशाना बनाया। कार के शीशे तोड़ दिए।
उन्होंने राज ठाकरे की आलोचना करते हुए कहा कि, राज ठाकरे महाराष्ट्र के एक सुपारी बहादुर नेता हैं। उनके कई आंदोलन चाहे टोल नाका का आंदोलन हो या स्पीकर का आंदोलन फंसा हुआ है। राज ठाकरे एनडीआरएफ का फुल फॉर्म भी नहीं बता पाते और बाढ़ की स्थिति के बारे में वे क्या कहेंगे? राज ठाकरे की विश्वसनीयता ख़त्म हो गई है। महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में अब तक के सबसे असफल व्यक्ति को अजित पवार के बारे में बात नहीं करनी चाहिए।