मुंबई

‘आतंकी हमले का जवाब युद्ध नहीं, इससे कुछ नहीं होगा’, ऑपरेशन सिंदूर पर राज ठाकरे ने उठाए सवाल

Raj Thackeray on Operation Sindoor : भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर बुधवार रात डेढ़ बजे के करीब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मिसाइल हमले किए।

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May 07, 2025
राज ठाकरे (Photo: FB)

Operation Sindoor : पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने बुधवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में जबरदस्त हवाई हमला किया। इस सैन्य कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। इसमें 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया और करीब 70 आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें कुख्यात आतंकी मसूद अजहर के परिवार के सदस्य भी शामिल थे।

इस निर्णायक कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार और भारतीय सेना की देशभर में जमकर सराहना हो रही है। लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने इस पर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार की तीखी आलोचना की है।

‘युद्ध नहीं है समाधान’

राज ठाकरे ने कहा, “पहलगाम हमले के आतंकियों का अब तक पता नहीं चला है। आतंकवादियों को ऐसा सबक सिखाना चाहिए, जो उनकी अगली पीढ़ी को भी याद रहे। सिर्फ मॉकड्रिल या एयर स्ट्राइक करके लोगों का ध्यान भटकाना सही नहीं है। पाकिस्तान पहले से बर्बाद है, उससे युद्ध करके और क्या बर्बाद करेंगे?”

ठाकरे ने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा, “जब अमेरिका में ट्विन टावर गिराए गए और पेंटागन पर हमला हुआ, तब उन्होंने आतंकियों को खोज-खोजकर मारा। आतंक का जवाब युद्ध नहीं होता। भारत को मॉकड्रिल की बजाय आतंकियों के सफाये के लिए कोम्बिंग ऑपरेशन करने की जरूरत है।”

PM मोदी पर साधा निशाना

मनसे प्रमुख ने पहलगाम हमले में सुरक्षा व्यवस्था की चूक पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “हर साल हजारों सैलानी पहलगाम जाते हैं, फिर भी वहां पर्याप्त सुरक्षा क्यों नहीं थी? आतंकियों को ढूंढकर खत्म करना ज़्यादा जरूरी है, न कि सिर्फ एयर स्ट्राइक करके जनता का ध्यान भटकाना।”

2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी का समर्थन करने वाले राज ठाकरे ने उन पर निशाना साधते हुए कहा, “पहलगाम हमले के वक्त प्रधानमंत्री सऊदी अरब में थे। वह दौरा बीच में ही छोड़कर भारत आ गए और लौटने के बाद वे सीधे बिहार चुनाव प्रचार में चले गए, फिर अडानी के पोर्ट के उद्घाटन के लिए केरल गए, और बाद में मुंबई में फिल्म इंडस्ट्री के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इतने गंभीर हालात में यह सब टाला जा सकता था।”

Updated on:
07 May 2025 05:16 pm
Published on:
07 May 2025 05:14 pm
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