Shiv Sena Dussehra Rally: इस साल शिवसेना की दशहरा रैली को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने घोषणा की है कि इस बार रैली में सिर्फ मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इस साल की शिवसेना दशहरा रैली (Shiv Sena Dussehra Rally) को लेकर बड़ा ऐलान किया है। शिंदे ने साफ किया कि इस बार रैली में सिर्फ मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) के शिवसेना कार्यकर्ता ही शामिल होंगे, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों के कार्यकर्ताओं को बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में लगाया जाएगा। इस वर्ष शिवसेना की दशहरा रैली भी मुंबई के आजाद मैदान में नहीं होगी।
मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंदों की मदद करेंगे। प्रभावित क्षेत्रों से हमने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे मुंबई न आएं और लोगों की मदद करें। दशहरा रैली में केवल मुंबई के शिवसैनिक शामिल होंगे। उधर, दशहरा रैली शिवसेना की दशको पुरानी परंपरा रही है। शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे 2 अक्टूबर को दशहरा के अवसर पर शिवाजी पार्क में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं।
शिंदे ने कहा, “हमारे कार्यकर्ता सभी प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद करेंगे। जिन क्षेत्रों में बाढ़ और बारिश का असर है, वहां के शिवसैनिकों को हमने कहा है कि वे मुंबई न आएं। इस समय जरूरत है कि हम पीड़ितों के साथ खड़े हों। हमारी सोच हमेशा रही है कि 80 प्रतिशत सोशल वर्क और 20 प्रतिशत राजनीति होना चाहिए। यह समय सोशल वर्क का है, लोगों की मदद करने का है।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस बार दशहरा रैली आजाद मैदान (Azad Maidan) की जगह नेस्को (NESCO) इंडोर परिसर में होगी। क्योंकि बारिश और कीचड़ की वजह से आजाद मैदान में आयोजन संभव नहीं है।
वहीं, उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे पर तंज कसा है। शिवसेना (उबाठा) नेता आनंद दुबे ने कहा, “2 अक्टूबर को मुंबई में लोग एक असली शिवसेना और एक नकली शिवसेना की दशहरा रैली देखेंगे। दशहरा आयोजन की शुरुआत 1966 में हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने दादर के छत्रपति शिवाजी मैदान में की थी और हमारा 2025 का दशहरा रैली भी वहीं हो रहा है। ऐसे में स्वाभाविक सी बात है कि असली शिवसेना उद्धव ठाकरे की है, जिन्होंने कभी अपनी दशहरा रैली की जगह नहीं बदली है। सच्ची शिवसेना कौन है और नकली कौन है, यह आज महाराष्ट्र और मुंबई की जनता के सामने साफ हो गया है। उद्धव ठाकरे के संबोधन को सुनने के लिए महाराष्ट्र ही नहीं पूरा देश उत्सुक है।”
दशहरा रैली आयोजित करना ठाकरे परिवार और शिवसेना के लिए एक पुरानी परंपरा रही है। शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने 1966 में इसकी शुरुआत की थी। इस साल भी उद्धव ठाकरे दो अक्टूबर को दशहरा के दिन मुंबई के शिवाजी पार्क में रैली को संबोधित करने वाले हैं। ऐसे में दशहरा रैली को लेकर शिवसेना के दोनों गुटों के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज होने की उम्मीद है।