Shiv Sena UBT on EVM : बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी वाली महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र चुनावों में विपक्षी महाविकास आघाडी (एमवीए) को करारी शिकस्त दी है। महायुति ने 230 सीटें जीतीं, जबकि शिवसेना (UBT), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) वाले एमवीए ने केवल 46 सीट जीतीं।
Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी नीत महायुति को 288 में से 235 सीटों पर जीत मिली। अकेले बीजेपी ने 132 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। उधर, विपक्षी खेमे यानी महाविकास आघाडी (MVA) की करारी हार हुई है। एमवीए में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) महज 20 सीटें ही जीत पाई। इसके अलावा, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की एनसीपी (एनसीपी) 10 सीटों पर सिमट गई। नतीजों के बाद से एमवीए के तमाम नेता ईवीएम मशीन को कोस रहे है। कई विपक्षी नेताओं ने दावा किया है कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी, जिस वजह से महायुति को राज्य में इतनी बड़ी जीत मिल सकी है।
महाराष्ट्र चुनाव में चौंकाने वाली हार मिलने के बाद महाविकास अघाड़ी के नेताओं की ओर से ईवीएम पर संदेह जताया जा रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना ठाकरे गुट की उपनेता सुषमा अंधारे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर राज्य में नगर निगम चुनाव बैलेट पेपर से नहीं कराये गए तो वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे। बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि देश में इस वक्त तानाशाही का माहौल है।
शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार को अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में महायुति पर तंज कसते हुए कहा कि ‘ईवीएम है तो मुमकिन है’। इसमें कहा गया कि अमेरिकी अरबपति एलन मस्क ने हाल ही में भारत के चुनावों में मतों की तेजी से गिनती की तारीफ की थी और इसकी तुलना अपने देश में राष्ट्रपति चुनावों की धीमी मतगणना से की थी, लेकिन आम भारतीय भी ईवीएम की कार्यप्रणाली से हक्के-बक्के है।
एलन मस्क ने खुद कुछ महीने पहले दावा किया था कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है। सामना में कहा गया है, सत्तारूढ़ महायुति ने 288 में से 230 सीटों का यह ‘बंपर लकी ड्रॉ’ कैसे जीता? जवाब तलाशते समय, सोच ईवीएम पर आकर रुक जाती है। महाराष्ट्र चुनाब में जो ईवीएम थे उनका कनेक्शन गुजरात-राजस्थान से हो सकता है. 95 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के आंकड़ों और ईवीएम द्वारा गिने गए वोटों के बीच कथित अंतर, ईवीएम में इस्तेमाल की गई बैटरी की चार्जिंग का रहस्य और कई अन्य चीजें ईवीएम घोटाले के शक को बल देती हैं।