कोरोना महामारी के दौरान वैश्विक बाजार मंदी में आ गई। कई कंपनियों के स्टॉक मूल्य घट गए, लेकिन उस समय भी कुछ व्यवसाय मजबूत बने रहे।
कोरोना महामारी के दौरान वैश्विक बाजार मंदी में आ गई। कई कंपनियों के स्टॉक मूल्य घट गए, लेकिन उस समय भी कुछ व्यवसाय मजबूत बने रहे। वे इस संकट का सामना अन्य लोगों से बेहतर कर रहे थे। इसका सबसे बड़ा कारण मजबूत बैलेंस शीट, स्थिर आय और कम कर्ज का होना था। यह कोई नया पैटर्न नहीं है। वित्तीय रूप से मजबूत और अनुशासित पूंजी आवंटन वाली कंपनियां लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन करती हैं, फिर चाहे वो आर्थिक मंदी से गुजरे या अस्थिर बाजार का सामना करें। यही उद्देश्य निफ्टी 200 क्वालिटी 30 ईटीएफ का है। यह ईटीएफ विभिन्न वित्तीय मजबूती वाली कंपनियों के व्यापक सूचकांकों की बजाय उच्च-गुणवत्ता वाले व्यवसायों को फिल्टर करता है, जिससे निवेशकों को मजबूत और दीर्घकालिक निवेश का अवसर मिलता है।
सर्वोच्च 30 कंपनियों का चयन
ईटीएफ एक स्टॉक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड होल्डिंग है। यह अनेकों स्टॉक्स में निवेश करता है। निफ्टी 200 क्वालिटी 30 सूचकांक में सर्वोच्च 30 कंपनियां शामिल हैं, जो उनके क्वालिटी स्कोर के अनुसार चुनी जाती हैं। ये क्वालिटी स्कोर तीन मुख्य घटकों के आधार पर निर्धारित होते हैंः
लिक्विडिटी, ट्रेडिंग टर्नओवर और कॉस्ट एफिशियंसी
आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एएमसी के प्रिंसिपल, इन्वेस्टमेंट स्ट्रेट्जी चिंतन हरिया के अनुसार सूचकांक से जुड़ा दृष्टिकोण लिक्विडिटी प्रदान करता है और बाजार में मजबूत भागीदारी दर्शाता है। इस तरह के सूचकांक ईटीएफ में दैनिक ट्रेड की मात्रा और दैनिक ट्रेड का मूल्य अच्छा मिलता है, इसलिए निवेशक बड़े मूल्य उतार-चढ़ाव के बिना आसानी से एंट्री और एग्जिट कर सकते हैं। इससे कम प्रभाव लागत संभव होती है, तथा बड़े ट्रेड भी कम बाधा के साथ प्रभावी रूप से निष्पादित किए जा सकते हैं। सूचकांक ईटीएफ ऐतिहासिक रूप से उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम के एक बड़े हिस्से की वास्तविक डिलीवरी सुनिश्चित करते आए हैं, जिससे इस बाजार की गहराई और दक्षता को बल मिलता है।
क्वालिटी फैक्टर बना रहता है
निफ्टी 200 क्वालिटी 30 सूचकांक में सेक्टर का आवंटन मजबूत उद्योगों की ओर झुका से हुआ है, जिससे स्थिरता और वृद्धि क्षमता का अच्छा मिश्रण प्राप्त होता है। सूचकांक में एफएमसीजी और आईटी का हिस्सा 55 प्रतिशत से अधिक है। ये सेक्टर अपनी मजबूत आय विजिबिलिटी के लिए जाने जाते हैं। अन्य विभिन्न सेक्टर्स में कैपिटल गुड्स, ऑयल एवं गैस, ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स तथा कंज्यूमर ड्यूरेबल्स हैं। वर्तमान में सूचकांक में लार्ज-कैप स्टॉक्स की हिस्सेदारी 92 प्रतिशत और मिड-कैप्स की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत है, जिससे जोखिम और रिटर्न का संतुलन मिलता है। सूचकांक की अर्धवार्षिक रीबैलेंसिंग के साथ केवल सबसे मजबूत व्यवसाय ही बचे रह जाते हैं, जिससे क्वालिटी फैक्टर बना रहता है।
किन्हें करना चाहिए निवेश?
जो निवेशक सामान्य सूचकांकों से आगे बढ़कर अधिक स्थिर और उच्च-गुणवत्ता वाले निवेश अवसरों की तलाश में हैं, उनके लिए निफ्टी 200 क्वालिटी 30 ईटीएफ एक आकर्षक विकल्प है। कम तरलता के साथ स्थिर और निरंतर रिटर्न प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले दीर्घकालिक निवेशक भी इसे चुन सकते हैं। मंदी के दौरान भी वृद्धि बनाए रखने के इच्छुक एसआईपी निवेशकों के लिए भी यह एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। ये ईटीएफ रक्षात्मक और उच्च-गुणवत्ता निवेश रणनीति के साथ पोर्टफोलियो को विविधीकृत करने में मदद करते हैं। बाजार हमेशा अप्रत्याशित बने रहेंगे, लेकिन क्वालिटी का महत्व कभी कम नहीं होगा। निफ्टी 200 क्वालिटी 30 ईटीएफ केवल अल्पकालिक लाभ के लिए नहीं है, बल्कि यह उन व्यवसायों का स्वामित्व प्रदान करता है, जो अपनी वित्तीय शक्ति, लाभ और मजबूती को प्रमाणित कर चुके हैं।