मुजफ्फरपुर में नारायणी नदी के किनारे रविवार को अचानक से मगरमच्छ दुखने से हड़कंप मच गया। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग को मामले की जानकारी दे दी गई है। विभाग ने मगरमच्छ को रेस्क्यू करने की तैयारी शुरू कर दी है।
मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र के रतनपुर डीह वार्ड संख्या 6 में स्थित गंडक (नारायणी) नदी में रविवार को अचानक एक मगरमच्छ दिखाई दिया। इस वजह से इलाके में सनसनी फैल गई। नदी में तैरते मगरमच्छ को देखते ही स्थानीय लोगों ने हो हल्ला करना शुरू कर दिया और देखते ही देखते खबर पूरे इलाके में फैल गई। धीरे धीरे नदी किनारे भारी भीड़ जमा हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि नदी में मगरमच्छ का दिखाई देना इस क्षेत्र में बेहद दुर्लभ घटना है। कई लोग डर के मारे दूरी बनाए रखे, जबकि कुछ उत्सुक ग्रामीण करीब से देखने के लिए नदी किनारे पहुंचे। भीड़ में मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल कैमरों से वीडियो और तस्वीरें बनाई, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मगरमच्छ की उपस्थिति से उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, खासकर बच्चों और पशुओं के लिए। ग्रामीणों ने प्रशासन और वन विभाग से आग्रह किया है कि नदी किनारे सतर्कता बढ़ाई जाए और नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए।
वन विभाग को घटना की सूचना दे दी गई है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि टीम जल्द ही मौके पर जाएगी और मगरमच्छ को सुरक्षित तरीके से पकड़कर नदी से दूर किसी सुरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा। साथ ही ग्रामीणों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि नदी में मगरमच्छ की मौजूदगी आम नहीं है, इसलिए सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि प्राकृतिक जल स्रोतों के आसपास सुरक्षा और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। गंडक नदी के किनारे रह रहे लोगों के लिए यह घटना चेतावनी के रूप में सामने आई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो किसी भी अप्रिय घटना की संभावना बनी रहेगी।
इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और तस्वीरों ने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है। लोग घटना को लेकर चिंतित होने के साथ-साथ जागरूक भी हुए हैं। वीडियो में मगरमच्छ के पानी में तैरते हुए साफ दिखाई देना और आसपास खड़े लोगों की प्रतिक्रिया ने इस घटना को और अधिक चर्चित बना दिया है।
स्थानीय प्रशासन ने भी कहा है कि नदी किनारे सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। वन विभाग और स्थानीय पुलिस के संयोजन से लोगों को चेतावनी दी जाएगी और आवश्यकतानुसार रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नदी किनारे रहने वाले लोग सुरक्षित रहें और किसी भी अप्रिय घटना से बचाव हो सके।
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