अब नागौर बायपास व नागौर-नेतड़ा फोरलेन का काम होगा एक साथ, एक ही ठेकेदार को मिलेगा ठेका, नागौर रिंग रोड के शेष कार्य की स्वीकृति जारी, बीकानेर रोड को लाडनूं रोड से मिलाने के लिए बनेगा 16 किमी का बायपास
नागौर. केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नागौर को एक ओर बड़ी सौगात दी है। शहर के चारों ओर रिंग बनाने के लिए मंत्रायल ने शेष रहे बीकानेर रोड से लाडनूं रोड को मिलाने वाले हिस्से के बायपास की स्वीकृति जारी कर दी है। मंत्रालय की ओर से गत मार्च माह में स्वीकृत किए गए 787 करोड़ के नागौर-नेतड़ा फोरलेन प्रोजेक्ट के साथ बायपास प्रोजेक्ट को शामिल करते हुए कुल 1393.34 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। यानी दोनों प्रोजेक्ट को मिलाकर एक पैकेज बनाया गया है, ताकि दोनों कामों का ठेका भी उच्च स्तर के संवेदक को दिया जा सके। एनएच के अधिकारियों का कहना है कि बड़ा प्रोजेक्ट होने से काम की गुणवत्ता बढ़ेगी और समय की बचत होगी।
गौरतलब है कि नागौर-जोधपुर जोधपुर के बीच नागौर से नेतड़ा तक 87 किलोमीटर की फोरलेन सड़क बनाने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मार्च माह के अंतिम सप्ताह में 787 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की थी, लेकिन विभाग ने 1000 करोड़ से कम बजट होने के कारण फोरलेन के लिए टेंडर जारी नहीं किए। लेकिन अब बायपास के कार्य को मिलाकर एक बड़ा पैकेज बनाया गया है, जिसके लिए कुल बजट 1393.34 करोड़ रुपए का बजट केंद्रीय सड़क अवसंरचना निधि (सीआरआईएफ) के तहत नागौर जिले को दिया गया है।
पत्रिका ने उठाया मुद्दा, मिली सफलता
नागौर शहर से गुजरने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्गों के कारण यहां दिन-रात भारी वाहनों का आवागमन रहता था, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं भी होती थी। इसका समाधान करने के लिए राजस्थान पत्रिका ने बायपास बनाने का मुद्दा उठाया, जिसके बाद सरकार ने लाडनूं रोड से होते हुए डीडवाना रोड, अजमेर रोड से जोधपुर रोड तक तथा जोधपुर रोड से बीकानेर रोड तक दो अलग-अलग बायपास स्वीकृत किए। हालांकि दोनों बायपास का काम पूरा होने में 7-8 साल का समय लग गया, लेकिन दोनों बायपास बनने से भारी वाहनों का आवागमन काफी हद तक बंद हो गया। इसके बाद बीकानेर रोड को सीधा लाडनूं रोड से जोड़ने के लिए पत्रिका ने सिलसिलेवार समाचार प्रकाशित कर जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट किया, जिसके बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंत्री गडकरी से मिलकर बायपास के लिए बजट स्वीकृत करने की मांग की। जिस पर मंत्रालय ने तीन साल पहले बायपास की डीपीआर बनाने के लिए बजट दिया और अब 16 किमी के बायपास के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। यह बायपास बनने के बाद शहर के चारों तरफ करीब 47 किलोमीटर की रिंग रोड बन जाएगी। इससे शहर का विकास भी होगा और भारी वाहनों का आवागमन शहर में बंद हो जाएगा।
जल्द होंगे टेंडर
फोरलेन व बायपास को मिलाकर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कुल 1393.34 करोड़ का बजट दिया है। अब दोनों प्रोजेक्ट का काम एक पैकेज के तहत होगा, जिससे काम की गुणवत्ता सुधरेगी। अब जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे।
- दीपक परिहार, एक्सईएन, एनएच, नागौर खंड