कांजी हाउस संचालक पर बाजार में चढ़ी 50 लाख की उधारी, अब उधार भी नहीं दे रहे
नागौर. नगर परिषद नागौर के कांजी हाउस का संचालन करने वाले ठेकेदार को पिछले करीब 12 महीने से भुगतान नहीं हुआ है। ठेकेदार रामप्रसाद भाटी ने बताया कि कांजी हाउस में 442 गोवंश हैं, लेकिन लम्बे समय से भुगतान नहीं होने से अब उसकी ओर से संचालन कर पाना मुश्किल हो रहा है। भाटी ने पत्रिका को बताया कि कांजी हाउस संचालन के पेटे उसके नगर परिषद में करीब 80 लाख रुपए बकाया हैं। शुरू में उसने चारा व पानी उधार लाकर गोवंश के लिए व्यवस्था की, लेकिन अब तो उसे बाजार में कोई उधार भी नहीं दे रहा है। ऐसे में उसके लिए संचालन करना मुश्किल हो रहा है।
अधिकारियों को सौंपे ज्ञापन, पर असर नहीं
कांजी हाउस का संचालन करने वाले रामप्रसाद भाटी ने गत दिनों जिला कलक्टर, कार्यवाहक आयुक्त सुनील कुमार एवं सभापति को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर बकाया भुगतान करवाने की मांग की है। रामप्रसाद ने बताया कि उसे करीब 12 माह से भुगतान नहीं हुआ है, जिसके कारण वह अब कांजी हाउस नंदीशाला का संचालन करने में असमर्थ है। उसने भुगतान नहीं होने पर कांजी हाउस का संचालन बंद करने की चेतावनी भी, लेकिन अब तक उसे भुगतान नहीं हुआ है।
सालभर से नहीं मिला अनुदान
कांजी हाउस के लिए सरकार से गायों के लिए जो अनुदान मिलता है, वो साल भर से नहीं मिला है, इसलिए भुगतान अटका है। फिर भी हमारा पूरा प्रयास है कि कांजी हाउस संचालक को जल्द से जल्द भुगतान हो जाए, ताकि गोवंश भूखे नहीं मरे।
- मीतू बोथरा, सभापति, नगर परिषद, नागौर