Naxal Encounter In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। नारायणपुर में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 28 नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए नक्सलियों के पास से हथियार भी...
Narayanpur Encounter: छत्तीसगढ़ का बस्तर रीजन नक्सलियों का सबसे बड़ा गढ़ है। नक्सली यहां के जंगलों में पनाह लेकर सुरक्षाबलों पर हमले करते रहे हैं। नक्सलियों के ‘लाल आतंक’ को खत्म करने के लिए सुरक्षाबल लगातार ऑपरेशन चला रहे है। इसी कड़ी में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने 28 नक्सली मार गिराए हैं। बता दें कि ये आंकड़ा 40 पार होने की सूचना है, जो कि अबतक की सबसे बड़ी संख्या है। डीआरजी, एसटीएफ और जिला बल की संयुक्त टीम ने ये कार्रवाई की है। नेंदुर-थुलथुली के जंगल में शुक्रवार दोपहर से यह मुठभेड़ हुई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर सुरक्षाबल के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था। इसी दौरान नारायणपुर एवं दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गुरुवार की दोपहर 1 बजे पुलिस एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें नक्सली रुक-रुककर फायरिंग कर थे जिसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए जवानों ने मोर्चा संभाला और 28 माओवादियों को मार गिराया। अनुमान लगाया जा रहा है कि इनकी संख्या बढ़ सकती है।
इस ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद जवानों ने इलाके में सर्चिंग अभियान चलाया। इस दौरान 28 नक्सलियों के शव बरामद किया गया। साथ ही एके 47, एसएलआर समेत कई हथियार बरामद किए हैं। फिलहाल सुरक्षा बल के जवान लगातार पूरे इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को कांकेर (Naxal Encounter) की मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। यह उससे बड़ी सफलता है।
मुठभेड़ दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर ओरछा थाना इलाके के नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच जंगल में हुई। एनकाउंटर के दौरान 2 घंटे तक रुक-रुककर फायरिंग होती रही। इसके बाद जब फायरिंग रुकी तो सर्च ऑपरेशन चलाया गया। जवानों ने शाम 6 बजे तक भारी मात्रा में AK-47, एसएलआर समेत कई हथियार भी बरामद किए। IG सुंदरराज ने इसे अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन बताया है। करीब 6 महीने पहले कांकेर में 28 नक्सली मारे गए थे। बताया जा रहा है कि मारे गए नक्सलियों का शव लेकर शनिवार को जवान नारायणपुर मुख्यालय पहुंचेंगे, जहां मारे गए नक्सलियों की शिनाख्ती की जाएगी।
नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई आखिरी फेज में हैं। मार्च 2026 तक हम देश को नक्सलवाद से मुक्त कर देंगे। युवा हथियार छोड़ें और मुख्यधारा में आएं। दो महीने पहले गृह मंत्री अमित शाह ने ‘लाल आंतक’ के खिलाफ सरकार के इरादे जाहिर कर दिए थे। उन्होंने नक्सलवाद का खात्मे के साथ ही इसमें शामिल लोगों से अपील भी की थी वो हथियार छोड़ें और मुख्यधारा में आएं।
नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है।
इस साल बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 171 नक्सलियों को मार गिराया गया है। बस्तर क्षेत्र में दंतेवाड़ा और नारायणपुर सहित 7 जिले शामिल हैं। उधर, 11 दिन में यह तीसरी मुठभेड़ है। 24 सितंबर को भी सुकमा जिले में मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान एनकाउंटर में 2 नक्सलियों को ढेर किया गया था। हालांकि दोनों शव को उनके साथी अपने साथ ही ले गए।
10 दिन पहले 24 सितंबर को सुकमा जिले में भी मुठभेड़ हुई थी। एनकाउंटर में 2 नक्सलियों को ढेर किया गया। हालांकि दोनों शव को उनके साथी अपने साथ (Chhattisgarh Naxal Encounter) ही ले गए। DRG, CRPF और कोबरा के जवान कर्कनगुड़ा में नक्सलियों के कोर इलाके में घुसे थे।
29 अगस्त को नारायणपुर और कांकेर बॉर्डर पर अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ हुई थी। इसमें 3 वर्दीधारी महिला नक्सलियों को ढेर किया गया था। इनकी शिनाख्त उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी और PLGA कम्पनी नंबर 05 के सदस्य के रूप में हुई।
2024 में अब तक 171 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी ने दंतेवाड़ा मुठभेड़ से पहले बताया था कि (Chhattisgarh Naxali Encounter) बस्तर संभाग में मानसून सीजन में ही 212 से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 201 नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है।