Mp news: जानकारी के मुताबिक एक अप्रेल से संभाग के तीनों जिलों के 21 ब्लॉक, 25 तहसील के लगभग 125 शखाओं और विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली को लागू होना है।
Mp news: हाईटेक हुए एमपी के नर्मदापुरम कमिश्नरी सबसे पहले ई-ऑफिस प्रणाली को अपनाने वाला कार्यालय बन गया है। 10 मार्च से संभाग के नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल जिले में कमिश्नर कार्यालय से दस्तावेजों को बस्ता भरकरभेजना बंद कर दिया है। ईमेल और सॅाफ्टवेयर के जरिए अधिकारी कर्मचारी फाइलों और कागजातों का आदान-प्रदान करने लगे हैं। संभाग के तीनों जिले भी एक अप्रेल के पहले नई तकनीक पर कामकाज करने के पहले काम शुरू कर देंगे।
जानकारी के मुताबिक एक अप्रेल से संभाग के तीनों जिलों के 21 ब्लॉक, 25 तहसील के लगभग 125 शखाओं और विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली को लागू होना है। संभागायुक्त कार्यालय की सभी शाखाएं 10 मार्च से ई-ऑफिस प्रणाली की ईमेल आईडी और नए सॉफ्टवेयर पर काम करने लगी हैं। इसलिए संभाग में बस्तों का उपयोग बंद कर दिया है। नई प्रणाली पर काम करने के लिए बस्ता के जरिए जो काम तीन से चार दिन में होता था। वह एक दिन में होने लगा है। इससे आमजन को सुविधा मिलने लगी है।
नर्मदापुरम कालेक्टर कार्यालय भी ई-प्रणाली पर काम करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कार्यालय के 70 शाखाओं के कर्मचारियों की ईमेल और आईडी बन गई है। इसके अलावा जिला पंचायत, आरटीओ, एनआईसी जैसे कई कार्यालयों ने ई-प्रणाली पर काम करना शुरू कर दिया है। जहां भी कर्मचारी अधिकारियों को नई प्रणाली में काम करने में परेशानी आती है तो तत्काल दूर किया जा रहा है।
कमिश्नर कार्यालय में 10 मार्च से बस्ता का उपयोग बंद कर दिया गया है। इससे काम आसान हो गया है। संभाग के सभी जिले अपडेट हो गए हैं। ई-ऑफिस प्रणाली को कर्मचारी अधिकारी समझ गए हैं। इसपर काम करना मुश्किल नहीं है।- कृष्ण गोपाल तिवारी, संभाग आयुक्त, नर्मदापुरम