गठबंधन अगर सिरे नहीं चढ़ा तो निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी कांग्रेस के ही वोट बैंक को नुकसान पहुंचाएगा और इसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी (BJP)और जननायक जनता पार्टी (JJP) को होने जा रहा है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) की बीच चुनावी गठबंधन की बात अटक गई है। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया लेकिन पिछले चुनाव में 1 फीसदी वोट पाने वाली आम आदमी पार्टी 10 सीटों से कम पर राजी नहीं हो रही है। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन अगर सिरे नहीं चढ़ा तो निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी कांग्रेस के ही वोट बैंक को नुकसान पहुंचाएगा और इसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी (BJP)और जननायक जनता पार्टी (JJP) को होने जा रहा है। भाजपा मतों के बिखराव पर काम कर रही है। मतों का जितनी भी बिखराव होता है। उसका सीधा फायदा भारतीय जनता पार्टी को ही मिलेगा।
यह अलग बात है कि स्थानीय कांग्रेस नेता आम आदमी पार्टी से गठबंधन न करने के लिए आग्रह कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी आलाकमान चाहता है कि यह गठबंधन हो जिससे एक संदेश जाए और वोटों का भी बिखराव रोका जा सके। वहीं आप के नेताओं ने यह बात दिया है कि दो दिनों में अगर बात सिरे नहीं चढ़ती है तो प्रत्याशियों का एलान कर दिया जाएगा।
आप नेता राघव चड्डा ने भी संकेत दिया है कि हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन की कोशिश जारी है। कांग्रेस ने 71 सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर लिए हैं और समस्या यह है कि इसमें से भी आम आदमी पार्टी सीट मांग रही है। अभी तक 32 सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किए हैं।
दुष्यंत चौटाला की पार्टी ने इस बार चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए यह दल चुनौती बना है। यह अलग बात है कि इस पार्टी से पिछली बार चुनाव जितने वाले लगभग सभी विधायक दल छोड़ चुके हैं। इस पार्टी ने करीब 15 फीसदी वोटों के साथ हरियाणा में दस विधानसभा सीटें हासिल की थी।