Delhi Blast: दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार बम विस्फोट में 13 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए। घटना के बाद असम पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
Red Fort Car Blast: राष्ट्रीय राजधानी के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री फैलाने के आरोप में असम पुलिस ने कम से कम पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार (आज) को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इसकी जानकारी साझा की। इस घटना ने पूरे देश में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, जहां विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक घायल हैं।
मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान मत्तिउर रहमान (दर्रांग), हसन अली मोंडल (गोलपारा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वजहुल कमाल (कामरूप) और नूर अमीन अहमद (बोंगाईगांव) के रूप में हुई है। ये सभी राज्य के विभिन्न जिलों से पकड़े गए हैं। सरमा ने कहा, "दिल्ली विस्फोट के संबंध में असम पुलिस ने कुछ व्यक्तियों को ऑनलाइन आपत्तिजनक और भड़काऊ सामग्री फैलाने के लिए गिरफ्तार किया है। असम पुलिस सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके नफरत फैलाने या आतंक की महिमा मंडन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तेजी और दृढ़ता से कार्रवाई करना जारी रखेगी।
10 नवंबर की शाम करीब 6:52 बजे लाल किले मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक कार में जबरदस्त धमाका हुआ। प्रारंभिक जांच में यह अमोनियम नाइट्रेट से लदी कार बम के रूप में सामने आया है, जो संभवतः सुसाइड अटैक था। विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास की 10-12 गाड़ियां जल गईं, इमारतों के शीशे टूट गए और धमाके की आवाज सौ मीटर दूर तक सुनाई दी।
दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जांच अपने हाथ में ले ली है। संदिग्ध के रूप में पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) के डॉक्टर उमर मोहम्मद का नाम सामने आया है, जो जयश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक रैडिकल ग्रुप का सदस्य बताया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद से 350 किलोग्राम विस्फोटक और हथियार बरामद किए हैं।
भूटान की दो दिवसीय यात्रा समाप्त कर बुधवार दोपहर दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे एलएनजेपी अस्पताल का दौरा किया। वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की, उनकी स्थिति जानी और शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दीं। डॉक्टरों ने उन्हें मरीजों के इलाज की जानकारी दी। एक्स पर पोस्ट में पीएम ने लिखा, "एलएनजेपी अस्पताल गए और दिल्ली में विस्फोट के दौरान घायल हुए लोगों से मिला। सभी की शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। साजिश के पीछे के लोग न्याय के कटघरे में लाए जाएंगे।"