Air India Air Mauritius Codeshare Partnership: अब पर्यटक भारत से दक्षिण अफ्रीका, मेडागास्कर और रीयूनियन तक एक ही एयर टिकट पर आसान सफर कर सकेंगे।
Air India Air Mauritius Codeshare Partnership: भारत और अफ्रीकी देशों के बीच हवाई संपर्क को और सशक्त बनाते हुए, एयर इंडिया और एयर मॉरीशस ने अपने कोडशेयर समझौते (Air India codeshare Africa) को एक नई रणनीतिक ऊंचाई पर पहुंचाया है। इस समझौते के तहत अब यात्री एक ही टिकट पर भारत, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, मेडागास्कर और रीयूनियन जैसे गंतव्यों तक बिना रुकावट यात्रा (Air Mauritius India flights) कर सकेंगे। नई उड़ानों की बुकिंग 1 जुलाई 2025 से एयर इंडिया और एयर मॉरीशस की वेबसाइट्स, मोबाइल ऐप्स और ट्रैवल एजेंट्स के माध्यम से उपलब्ध होगी। यात्री एक ही टिकट पर अपने अंतिम गंतव्य तक बगैर किसी रुकावट के आसानी से हवाई यात्रा कर सकेंगे।
यह महत्वपूर्ण विस्तार नई दिल्ली में आयोजित IATA की 81वीं AGM के दौरान घोषित किया गया, जहां एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन और एयर मॉरीशस के चेयरमैन किशोर बीगू ने संयुक्त रूप से समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह महत्वपूर्ण समझौता हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित 81वीं IATA AGM (International Air Transport Association Annual General Meeting) के दौरान किया गया। समझौते पर हस्ताक्षर एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन और एयर मॉरीशस के चेयरमैन किशोर बीगू की मौजूदगी में हुए।
नई साझेदारी के तहत दोनों एयरलाइंस अब भारत, मॉरीशस, रीयूनियन, दक्षिण अफ्रीका और मेडागास्कर के बीच कोडशेयर उड़ानों के जरिए यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और एक ही टिकट पर यात्रा की सुविधा देंगी।
केपटाउन (Cape Town) – दक्षिण अफ्रीका
जोहान्सबर्ग (Johannesburg) – दक्षिण अफ्रीका
एंटानानारिवो (Antananarivo) – मेडागास्कर
इन सभी रूट्स पर एयर मॉरीशस की उड़ानों पर एयर इंडिया का कोड 'AI' लगा रहेगा, जिससे यात्री एक ही टिकट पर मॉरीशस के ज़रिए अंतिम गंतव्य तक जा सकेंगे और उनका सामान अंतिम डेस्टिनेशन तक ट्रांसफर होगा।
एयर मॉरीशस भी एयर इंडिया की उड़ानों पर अपना 'MK' डिज़ाइनर कोड लगाएगी। इससे मॉरीशस से भारत आने वाले यात्रियों को अब मुंबई,दिल्ली,बेंगलुरु,चैन्नई,हैदराबाद,अहमदाबाद,कोलकाता और गोवा शहरों तक कनेक्टिविटी मिलेगी।
इससे भारतीय यात्रियों को मॉरीशस होकर अफ्रीका के दूसरे भागों तक और अफ्रीकी यात्रियों को भारत के कई महानगरों तक आसान और सीधी कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
कैंपबेल विल्सन (CEO, एयर इंडिया) ने कहा: “भारत, मॉरीशस और दक्षिणी अफ्रीका के बीच पर्यटन और व्यापार लगातार बढ़ रहा है। यह साझेदारी एयर इंडिया के वैश्विक नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक और ठोस कदम है, जिससे हमारे ग्राहकों को और अधिक सुविधाजनक और प्रभावी यात्रा विकल्प मिलेंगे।”
किशोर बीगू (चेयरमैन, एयर मॉरीशस) ने कहा: “भारत हमारे लिए एक अहम बाजार है। इस साझेदारी से हमारे यात्री अब भारत के और शहरों तक आसानी से पहुंच सकेंगे। साथ ही, भारत से आने वाले यात्रियों को मॉरीशस के समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव के साथ-साथ रीयूनियन, दक्षिण अफ्रीका और मेडागास्कर की यात्रा का भी लाभ मिलेगा।”
एविएशन इंडस्ट्री और यात्रियों की ओर से इस रणनीतिक साझेदारी पर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। यात्रा करने वाले लोगों ने इसे "प्रैक्टिकल और टाइम-सेविंग" विकल्प बताया।
दिल्ली के एक ट्रैवल एजेंट अर्जुन मल्होत्रा ने कहा: “अब लोग केपटाउन, जोहान्सबर्ग या मेडागास्कर जैसी डेस्टिनेशन्स पर एक ही टिकट में पहुंच सकेंगे। इससे इंटरनेशनल बुकिंग्स में बड़ा उछाल आ सकता है।” मॉरीशस टूरिज्म प्रमोशन अथॉरिटी ने भी इस कदम को "टूरिज़्म सेक्टर को नई रफ्तार देने वाला" बताया है।
यह साझेदारी एयर इंडिया की लगातार ग्लोबल नेटवर्क विस्तार रणनीति का हिस्सा है। संभावना है कि एयर इंडिया जल्द ही पूर्वी अफ्रीकी और इंडो-पैसिफिक क्षेत्रों में भी कोडशेयर पार्टनरशिप की घोषणाएं करेगी।
केन्या और तंज़ानिया के लिए उड़ान कनेक्शन
सिंगापुर और इंडोनेशिया के साथ इंटरलाइन एग्रीमेंट
Vistara और AI के संभावित इंटीग्रेशन के बाद रूट रीऑप्टिमाइज़ेशन
साइड एंगल: पर्यटन, ट्रेड और भारतीय प्रवासी होंगे सबसे बड़े लाभार्थी
भारत से मॉरीशस और आगे अफ्रीका जाने वाले हनीमून, फैमिली और बजट ट्रैवलर्स को अब पहले से सस्ती और सुगम उड़ानें मिलेंगी।
दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच आयात-निर्यात संबंध पहले से ही मजबूत हैं। यह कनेक्टिविटी FMCG, फार्मा और टेक सेक्टर के व्यापारिक यात्रियों के लिए गोल्डन ब्रिज साबित हो सकती है।
मॉरीशस और रीयूनियन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग अब भारत में अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए अधिक सुविधाजनक फ्लाइट ऑप्शन पा सकेंगे। मॉरीशस में लगभग 894,500 लोग भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो देश की कुल जनसंख्या का लगभग 70% हैं। पोर्ट लुइस, क्वात्रे बॉर्न्स और क्योरपिपे जैसे शहरों में भारतीय समुदाय की सघनता अधिक है। सन 2022 की जनगणना के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों की तादाद तकरीबन 1,697,506 है, जो देश की कुल जनसंख्या का करीब2.74% है। दुर्बन,केप टाउन,जोहानसबर्ग, पिएटर्मारिट्ज़बर्ग और प्रीटोरिया में भारतीय समुदाय की अच्छी खासी तादाद है।