Air Taxi: अब वह दिन दूर नहीं जब हवाई टैक्सी से यात्रा करने सपना सच होगा। जी हां, यातायात के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाने वाला है।
Air Taxi:आज से दो से तीन दशकों पहले आम आदमी ट्रेन, बस और ऑटो में सफर किया करता था। इसके बाद कई शहरों में मेट्रो आई। हालांकि भारत में पहली मेट्रो ट्रेन कोलकाता में चली थी। कोलकाता मेट्रो की शुरुआत 24 अक्टूबर, 1984 को हुई थी। यह भारत की पहली भूमिगत मेट्रो प्रणाली थी। अब वह दिन दूर नहीं जब हवाई टैक्सी से यात्रा करने सपना सच होगा। जी हां, यातायात के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाने वाला है। नागरिक उड्डयन नियामक, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने हाल ही में वर्टीपोर्ट्स के निर्माण के दिशा-निर्देशों को मंजूरी प्रदान कर दी है।
बताया जा रहा है कि अभी कुछ बड़े शहरों में ही हवाई टैक्सी शुरू होने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो एयर टैक्सी सेवा बड़े शहरों में ट्रैफिक की समस्या कुछ हद तक कम हो जाएगी। इसके साथ ही यात्रियों को आसान और तेज सफर का अनुभव होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार कह रहे है कि देश में उन्नत हवाई परविहन के लिए तैयार हो रहा है। उनका कहना है कि देश में हवाई यात्रा आदमी के लिए सुरक्षित और किफायती दरों पर उललब्ध होना चाहिए।
पहले चरण में एयर टैक्सी सेवा को दिल्ली में शुरू किया जाएगा, और इसके बाद इसे मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख महानगरों तक विस्तार दिया जाएगा। इन सेवाओं के माध्यम से यात्रियों को अत्याधुनिक वायु परिवहन सुविधा प्राप्त होगी, जो शहरों के बीच की दूरी को कम समय में तय करने में सहायक होगी। यह सेवा विशेष रूप से शहरी यातायात के दबाव को कम करने और यात्रा के अनुभव को तेज़ और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक अहम कदम होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयर टैक्सी सेवा के तहत नई दिल्ली के कनॉट प्लेस से गुरुग्राम की यात्रा केवल 7 मिनट में की जा सकेगी। यह सेवा आर्चर एविएशन के 200 इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग एयरक्राफ्ट के जरिए प्रदान की जाएगी। शुरुआत में इसमें पायलट सहित कुल पांच लोग सफर कर सकेंगे। इंटरग्लोब एविएशन और आर्चर एविएशन का इरादा नई दिल्ली के साथ ही मुंबई और बेंगलुरु में भी अपनी सेवाएं शुरू करने का है। सेवा का किराया लगभग 2,000 से 3,000 रुपये के बीच हो सकता है।
डीजीसीए ने वर्टीपोर्ट्स के निर्माण के दिशा-निर्देशों को मंजूरी दे दी है, जो एयर टैक्सी सेवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम है। वर्टीपोर्ट्स वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होते हैं और ये छोटे हवाई अड्डे होते हैं जो एयर टैक्सी सेवाओं को संचालित करने के लिए आवश्यक होते हैं।
चार्जिंग स्टेशन: वर्टीपोर्ट्स पर इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी के लिए उपयुक्त चार्जिंग स्टेशन होंगे।
पार्किंग सुविधाएं: विमानों की पार्किंग के लिए विशेष स्थान और सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
इमरजेंसी सेवाएं: आपातकालीन स्थितियों के लिए चिकित्सा और अन्य सुरक्षा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
संचालन से जुड़े पहलू: वर्टीपोर्ट्स का डिज़ाइन इस प्रकार होगा कि यात्रा का अनुभव सुरक्षित और आरामदायक हो।
इन दिशा-निर्देशों के लागू होने से वर्टीपोर्ट्स की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों में सुधार होगा, जिससे एयर टैक्सी सेवाओं का संचालन और भी सुविधाजनक और प्रभावी हो सकेगा।