वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अहमदाबाद विमान हादसे को आपराधिक साजिश करार देने की कोशिश की है। भारतीय जांच एजेंसी एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट को गैर जिम्मेदार बताया है।
Ahmedabad Air India Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद आरोपों से घिरी विमान कंपनी बोइंग (Boeing) को बचाने के लिए अमरीकी मीडिया और अधिकारी जुट गए हैं। वे इस हादसे में आपराधिक कारण खोजने की कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में वॉल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अमरीकी एविएशन एक्सपर्ट के निकट सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर में दर्ज आवाज जूनियर पायलट की है जो यह पूछ रहे हैं कि स्विच को किसने कट-ऑफ किया। हालांकि ऐसा कोई सबूत पेश नहीं किया गया, जिससे पता चले कि स्विच किसने बंद किया।
भारतीय जांच एजेंसी एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआइबी) ने वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को गैर-जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यह जल्दबाजी में नतीजे तक पहुंचने की कोशिश है। भारतीय एजेंसी फिलहाल हादसे के हर संभावित पहलू जैसे तकनीकी खामी, डिजाइन दोष और पायलटों की मानसिक स्थिति की बारीकी से जांच कर रही है और फिलहाल किसी नतीजे तक नहीं पहुंची है। इससे पहले भी अमरीकी जांच एजेंसी ने आनन-फानन में बिना किसी पड़ताल के बयान जारी कर बोइंग विमान के फ्यूल स्विच में गड़बड़ी से इनकार कर दिया था।
इस मामले में भारत की DGCA बोइंग और एयर इंडिया की और एयर इंडिया की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा का बयान सामने आया है। उन्होंने अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट की कड़ी निंदा की। रंधावा ने कहा कि अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि AAIB की रिपोर्ट में ऐसा कोई जिक्र नहीं है। ये लोग बिना रिपोर्ट पढ़े पायलट को दोषी ठहरा रहे हैं।
हादसे में शामिल में दो पायलटों के नाम कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट अफसर क्लाइव कुंदर थे। कैप्टन सभरवाल के पास 15638 घंटे और फर्स्ट अफसर क्लाइव के पास 3403 घंटे का उड़ान अनुभव था। पिछले हफ्ते भारत की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने एक प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कॉकपिट में हादसे से ठीक पहले भ्रम की स्थिति होने की बात सामने आई थी। इस रिपोर्ट ने इंजन के ईंधन कटऑफ स्विच की स्थिति पर नए सवाल खड़े किए थे।