गोवा के अर्पोआ में स्थित 'बिर्च बाय रोमियो लेन' नाइटक्लब में आग लगने से असम के तीन लोगों की मौत हो गई है। मृतकों की पहचान राहुल टांटी, मनोजीत मल और डिगांता पाटिर के रूप में हुई है।
गोवा के नाइटक्लब में आग लगने से असम के कुल तीन लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में राहुल टांटी भी शामिल हैं, जो क्लब में काम करते थे।
जिस रात क्लब में आगलगी की घटना हुई, उस दिन पहली बार टांटी क्लब में नाइट शिफ्ट करने गए थे। आग लगने के बाद टांटी की मौत हो गई।
राहुल टांटी मूल रूप से असम के रंगिरखारी गांव के रहने वाले हैं। वह अपने सात भाई-बहनों में सबसे बड़े भाई थे। वह आदिवासी परिवार से थे, जो चाय की खेती करता है।
राहुल के पिता एक चाय बागान में मजदूरी करते थे। छोटी सी उम्र में राहुल भी पढ़ाई छोड़कर अपने पिता के साथ इसी काम में लग गए थे। लेकिन महीने भर पहले उन्हें मजबूरन असम छोड़कर गोवा जाना पड़ा था।
'द इंडियन एक्सप्रेस' ने राहुल के भाई देवा के हवाले से बताया कि कुछ समय पहले राहुल के तीसरे बच्चे का जन्म हुआ था, जिसके तुरंत बाद 24 नवंबर को वह गोवा चले गए थे। पहले से उनकी नौ और छह साल की दो बेटियां हैं।
राहुल के भाई ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' को बताया कि चाय के बागान में काम करने हर दिन लगभग 200 रुपये मजदूरी मिलती है, जो राहुल के परिवार पालने के लिए काफी नहीं थी।
भाई ने बताया कि राहुल अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना चाहते थे ताकि वे अच्छी तरह पढ़कर अपना भविष्य बेहतर कर सके। राहुल पहले 2021 में असम से बाहर काम करने गए थे। कुछ समय बाद वह वापस लौट आए थे।
बाहर की कमाई से ही राहुल ने एक घर बनाया था। जहां अपने परिवार के साथ रहते थे और चाय बागानों में काम किया करते थे। जब हाल ही उनके बेटे का जन्म हुआ तो उन्होंने तय किया कि उन्हें अब उसके लिए और कमाना है।
भाई देवा ने कहा- भाई कहते थे कि वह रात में भी नौकरी भी करना चाहते हैं ताकि वह ज्यादा कमाकर जल्द ही अपने बच्चों के पास वापस आ सके। लेकिन पहली नाइट शिफ्ट में ही उनके साथ घटना हो गई। बता दें कि आग लगने की घटना में कुल 25 लोगों की मौत हुई है और 6 लोग घायल हुए हैं।