
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उद्यमी सौरभ और गौरव लूथरा के खिलाफ ब्लू नोटिस जारी किया है, जो उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में आग लगने की घटना के कुछ घंटों बाद थाईलैंड फुकेत भाग गए थे। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। जांच एजेंसी ने लियोन मुख्यालय वाले इंटरपोल के साथ लूथरा के खिलाफ ब्लू नोटिस जारी किया है, ताकि वे किसी अन्य देश में भाग न जाएं। आइए जानते है इस घटना से जुड़े कुछ तथ्य…
1- राजधानी पंजिम से 25 किमी दूर नॉर्थ गोवा के अरपोरा गांव में शासन-प्रशासन की नजरों यह क्लब चल रहा था। मजिस्ट्रियल जांच में पता चला है कि सरपंच ने बिजली कनेक्शन, पानी कनेक्शन, मेंटिनेंस और ट्रेड लाइसेंस सहित कई परमीशन पर हस्ताक्षर किए थे। ट्रेड लाइसेंस मार्च 2024 में खत्म हो जाने के बाद भी यह क्लब चलता रहा। गोवा पंचायत राज अधिनियम की धारा 72-A के तहत पंचायत ऐसे रेस्टोरेंट, क्लब आदि प्रतिष्ठानों को सील करने के लिए अधिकृत है, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इससे स्पष्ट है कि पंचायत स्तर से यह भारी चूक हुई।
2- हादसे के बाद से गोवा सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। तत्काल क्लब मालिकों और मैनेजमेंट के खिलाफ FIR हुई। 4 लोग गिरफ्तार हुए। क्लब पर बुल्डोजर एक्शन चल रहा है। लूथरा के अन्य प्रतिष्ठानों को भी सील कर दिया गया है।
-चीफ जनरल मैनेजर
-जनरल मैनेजर
-बार मैनेजर
-गेट मैनेजर
3- नाइट क्लब को 2023 में अनुमति देने में लापरवाही के आरोप में तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। अवैध रूप से क्लब संचालन में मदद करने वाले अधिकारियों के पूरे गिरोह के सफाए की मुहिम सरकार चला रही है।
ये अफसर सस्पेंड
-पूर्व पंचायत डायरेक्टर सिद्धि तुषार हरलंकर
-GSPCB की मेंबर सेक्रेटरी डॉ. शमिला मोंटेइरो
-अरपोरा-नागोआ पंचायत के सेक्रेटरी रघुवीर बागकर
3- 6 दिसंबर को रात 11.45 बजे क्लब में आग लगी। 12.04 पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली तो तुरंत दमकल सहित पुलिस मौके पर पहुंची। मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत भी घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और आवश्यक मॉनीटरिंग करते रहे। करीब दो घंटे तक बचाव कार्य चला और फिर आग पर काबू पाया जा सका। फिर मुख्यमंत्री ने इस दुखट घटना के बारे में दुख जताते हुए 3.42 AM पर ट्वीट किया। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से भी इस घटना के बारे में बात की।
4- मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने अफसरों से कहा- हर दोषी को सलाखों के पीछे होना चाहिए। उनके निर्देश पर पुलिस की एक टीम तत्काल क्लब मालिकों गौरव और सौरव लूथरा को अरेस्ट करने दिल्ली पहुंची। आवास पर दोनों नहीं मिले तो पुलिस ने नोटिस चस्पा की। क्लब मैनेजमेंट से जुड़े एक अन्य शख्स भरत कोहली को पुलिस दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफल रही।
5- क्लब मालिक देश छोड़कर फरार न होने पाएं, गोवा पुलिस ने उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कराने की कार्रवाई की। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन( BOI) ने कुछ प्रक्रियाओं के बाद दोनों के खिलाफ LOC (Look Out Circular) जारी कर दिया। बाद में मुंबई इमिग्रेशन ब्यूरो से पता चला कि दोनों आरोपी घटना के कुछ ही घंटों बाद, 7 दिसंबर की सुबह 5:30 बजे की फ्लाइट (6E 1073) से फुकेट जा चुके थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि क्लब मालिक पुलिस जांच से बचने के लिए फरार हो गए।
6- गोवा पुलिस ने सौरभ और गौरव लूथरा की गिरफ्तारी के लिए सीबीआई के इंटरपोल डिवीजन से संपर्क साधा। जिस पर सीबीआई भी आवश्यक कार्रवाई में जुटी है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई कर क्लब मालिकों को जल्द भारत लाया जाएगा।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर भी राजनीति करने वाले राजनीतिक दलों के लोगों और सोशल मीडिया पर यह कुछ लोगों की ओर से नैरेटिव गढ़ा जा रहा है कि गोवा पुलिस की लापरवाही से क्लब मालिक फुकेट भाग गए? जबकि यह सच नहीं है
घटना जब हुई तो पुलिस और प्रशासन का पूरा ध्यान राहत एवं बचाव कार्य पर रहा और फिर तुरंत एफआईआर दर्ज हुई। चूंकि क्लब के मालिक गोवा नहीं बल्कि दिल्ली में रहते हैं तो फिर उन्हें अरेस्ट करने के लिए पुलिस को गोवा से दिल्ली जाना पड़ा। गोवा से दिल्ली की दूरी का फायदा उठाकर आरोपी सुबह 5.30 पर ही फरार हो गए। भले ही आरोपी तुरंत पकड़ में नहीं आए हैं, लेकिन कुछ कानूनी औपचारिकताओं के बाद वे गोवा पुलिस के फंदे में जरूर आएंगे। सरकार ने तय किया है कि इस घटना में ऐसी कार्रवाई होगी कि फिर कोई क्लब मालिक जनता के जीवन से खिलवाड़ करने की नहीं सोचेगा।
7- घटना के बाद गोवा सरकार ने सभी मृतकों के परिवार को बुलाकर उनके शवों को गृहराज्य भेजने में मदद की। मृतकों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
8- गोवा सरकार ने राज्य के सभी रेस्टोरेंट, क्लबों की कड़ी जांच शुरू कराई है, जहां भी गड़बड़ियां मिल रहीं हैं, उन्हें सील किया जा रहा है। हर क्लब/रेस्टोरेंट में शिफ्ट के हिसाब से फायर सेफ्टी अफसर की तैनाती का नोटिस जारी किया गया है।
राजस्व विभाग ने Romeo Lane नाम के दो अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी सील कर दिया है। इनके सभी दस्तावेजों की जांच चल रही है। क्लबों और ऐसे प्रतिष्ठानों के सुरक्षा मानकों की ऑडिट के लिए एक समिति बनाई गई है, और यह समिति SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करने का काम शुरू कर चुकी है।
Published on:
09 Dec 2025 10:43 pm
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