पुलिस की जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी पहले भी हत्या, लूट, चोरी और स्नैचिंग जैसे मामलों में पकड़े जा चुके हैं। अधिकांश आरोपी नशे के आदी हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने तथा आसान पैसे कमाने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
दिल्ली पुलिस की उत्तर जिला टीम ने वाहन चोरी के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने अलग-अलग कार्रवाई में 16 वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है जिनमें छह नाबालिग भी शामिल हैं। इनके पास से 10 मोटरसाइकिल और 12 स्कूटी बरामद की गईं। साथ ही दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज 22 वाहन चोरी के मामलों का खुलासा किया गया।
पुलिस उपायुक्त नॉर्थ राजा बंथिया ने आज बताया कि इलाके में गश्त और पिकेट जांच बढ़ाकर अपराधियों पर नकेल कसने की रणनीति अपनाई गई थी। इसी दौरान एएटीएस की टीम ने गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी की मदद से कार्रवाई करते हुए गिरोह के सरगना राम तिवारी उर्फ पंडित समेत कई आरोपियों को पकड़ा। इनके पास से चोरी के वाहन भी बरामद हुए। गिरोह के नाबालिग सदस्य चोरी करने में शामिल थे, जिन्हें प्रति वाहन 2000 दिए जाते थे।
पुलिस की जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी पहले भी हत्या, लूट, चोरी और स्नैचिंग जैसे मामलों में पकड़े जा चुके हैं। अधिकांश आरोपी नशे के आदी हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने तथा आसान पैसे कमाने के लिए वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे।
पकड़े गए आरोपियों में राम तिवारी, अजय उर्फ टिंकू, रवि उर्फ रविंदर, जसपाल, कुणाल शर्मा, मोहम्मद आसिफ अली, अंकुश, सूरज, नदीम खान और नीरज के नाम प्रमुख हैं। वहीं छह नाबालिगों को भी गिरोह का हिस्सा पाया गया है।
पुलिस ने बताया कि चोरी के वाहन अक्सर स्नैचिंग और अन्य अपराधों के लिए इस्तेमाल किए जाते थे।
नाबालिग सदस्य गाड़ियों के ताला तोड़ने में माहिर थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य चोरी के वाहन छिपाकर रखते थे और रोजाना एक तय जगह पर मिलते थे ताकि पुलिस की पकड़ से बच सकें। इस बड़ी कार्रवाई से उत्तर जिला पुलिस ने न सिर्फ वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया है, बल्कि संगठित अपराध करने वाले गिरोह का भी भंडाफोड़ किया है।