बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल सामने आया है। इसके मुताबिक तेजस्वी यादव महागठबंधन की सरकार बना सकते हैं। नई नवेली पार्टी जनसुराज को निराशा हाथ लग सकती है।
Bihar Assembly Election: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक बिसात बिछने लगी है। नवंबर से पहले चुनाव होना तय है। इसी बीच एक ओपिनियन पोल (Opinion Poll) आया है। जिसके आकंड़े चौंकाने वाले हैं। पोल ट्रैकर के सर्वे मुताबिक इस बार इंडिया गठबंधन NDA से आगे निकल सकता है।
पोल ट्रैकर सर्वे के मुताबिक तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) इस बार इंडिया गठबंधन की सरकार बना सकते हैं। सर्वे के मुताबिक महागठबंधन (कांग्रेस, राजद, वामदल, वीआईपी) को बिहार विधानसभा चुनाव में 44.2 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि भाजपा और जदयू NDA गठबंधन को 42.8 वोट मिल सकते हैं।
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। बहुमत का आकंड़ा 122 है। पोल ट्रेकर ने अपने सर्वे में बताया कि इंडिया गठबंधन इस बार सरकार बना सकती है। सर्वे के मुताबिक इंडिया गठबंधन को 126 सीटें मिल सकती है। तेजस्वी यादव राज्य के सीएम बन सकते हैं। दूसरी ओर भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) गठबंधन 112 सीटों पर सिमट सकता है।
पोल ट्रैकर सर्वे के मुताबिक जनसुराज पार्टी (Jansuraj) को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में निराशा हाथ लग सकती है। ऑपिनियन पोल के मुताबिक जनसुराज पार्टी को सिर्फ 1 सीट मिलने की उम्मीद है। अन्य पार्टियों के खाते में 8 सीटें आ सकती है।
सर्वे के मुताबिक बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राजद नेता तेजस्वी यादव सीएम फेस के लिए पहली पसंद बताए जा रहे हैं। तेजस्वी के पक्ष में 43 फीसदी लोगों ने मत दिया है। सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार दूसरे पायदान पर हैं। 31 फीसदी लोग नीतीश कुमार को पसंद करते हैं। जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर तीसरे नंबर पर हैं।
राजद नेता तेजस्वी लगातार सामाजिक व आर्थिक न्याय की बात कर रहे हैं। वह ओबीसी कुनबा बढ़ाने में जुटे हैं। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा शुरुआत से बहुजन विरोधी और आरक्षण के विरुद्ध रहा है। राजद सुप्रीमो लालू यादव शुरू से कहते आ रहे हैं कि भाजपा की सोच मनुस्मृति और बंच ऑफ थॉट्स की रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की मंशा जाति जनगणना को उसके मूल उद्देश्य से भटकाने की है। राजद ने कहा कि हमें आशंका है कि केंद्र सरकार ओबीसी और ईबीसी के आंकड़े जारी नहीं करेगी, लेकिन हम उनकी मंशा सफल नहीं होने देंगे।
तेजस्वी यादव बिहार में CM नीतीश के सोशल कॉम्बिनेशन को साधने में जुट गए हैं। नीतीश के लव कुश समीकरण को तोड़ने के लिए राजद ने औरंगाबाद से सांसद अभय कुशवाहा को लोकसभा में राजद संसदीय दल का नेता घोषित किया है। इसी तरह वह कुर्मी समुदाय में भी पैठ बना रहे हैं।
CSDS-लोकनीति के सर्वे के मुताबिक लव-कुश (कोइरी-कुर्मी) समुदाय ने 2024 में NDA गठबंधन को 67 फीसदी वोट दिया, जोकि साल 2019 के आम चुनाव से 12 फीसदी कम है। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को लव-कुश समुदाय ने 19 फीसदी वोट किया, जो पिछले आम चुनाव से 9 फीसदी ज्यादा है।
जदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधान पार्षद रणविजय सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत चली। इससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पटना स्थित सरकारी आवास पर महागठबंधन की समन्वय समिति की चौथी बैठक आयोजित हुई। यह बैठक करीब तीन घंटे चली। बैठक में सर्व सम्मति से यह तय किया गया कि सीटों का बंटवारा आधार साल 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव होगा।
साथ ही, जिन सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवार ने 15000 से अधिक मतों से शिकस्त खाई थी। वहां प्रत्याशी बदले जाएंगे। तेजस्वी यादव ने सभी घटक दलों से आग्रह किया कि वे अपनी पसंदीदा सीटों की सूची और संभावित उम्मीदवारों का ब्यौरा दें।