अररिया जिले के फुलकाहा थाना के दारोगा राजीव रंजन मल की हत्या के मामले में डीआइजी ने बड़ी कार्रवाई की है। DIG ने फूलकाहा थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।
Araria ASI Murder Case: होली समारोह के दौरान बिहार में कई हिंसक घटनाएं हुई। बिहार के कई जिलों में भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया था। इसमें दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इन घटनाओं को लेकर बिहार में सियासी घमासान जारी है। विपक्ष लगातार बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा है। इसी बीच, अररिया जिले के फुलकाहा थाना के दारोगा राजीव रंजन मल की हत्या के मामले में डीआइजी ने बड़ी कार्रवाई की है। DIG ने फूलकाहा थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही पुलिस की गाड़ी चला रहे ड्राइवर को भी लाइन हाजिर किया है।
दारोगा राजीव रंजन मल की हत्याकांड के मामले में पुलिस ने 18 लोगों को नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। अबतक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहा है। आपको बता दें कि होली के दो दिन पहले एएसआई राजीव रंजन मल की हत्या हो गई थी।
आपको बता दें कि बीते बुधवार की रात फुलकाहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर वार्ड नंबर 15 में पुलिस एक फरार आरोपी अनमोल यादव को गिरफ्तार करने पहुंची थी। यह छापेमारी फुलकाहा थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में की गई थी, जिसमें अनमोल यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन तभी आरोपी के समर्थकों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और अनमोल यादव को छुड़ाकर फरार हो गए। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की में एएसआई राजीव रंजन मल्ल गंभीर रूप से घायल हो गए और अचेत होकर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने फुलकाहा थाना में एक मामला दर्ज किया, जिसमें 18 नामजद और 20-25 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। अब तक छह नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें ललित कुमार, प्रभु यादव, प्रमोद कुमार यादव, शंभु यादव, कुंदन यादव और ललन कुमार यादव शामिल हैं।