सीट बंटवारे से पहले CPI(M) ने प्रदेश की 11 सीटों पर दावेदारी पेश की है, जिनमें मोहिउद्दीन नगर, मांझी, विभूतिपुर, बहादुरपुर, पूर्णिया, पिपरा (मोतिहारी), बिस्फी, नौतन, मटिहानी, परबत्ता और महिषी शामिल हैं।
Bihar Election: बिहार में साल के अंत तक होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है। महागठबंधन और एनडीए के दलों के बीच अभी तक सीट शेयरिंग नहीं हुई है। इसी बीच महागठबंधन के दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी) पार्टी ने सीट शेयरिंग से पहले 11 विधानसभा सीटों पर अपनी दावेदारी पेश की है। विधानसभा चुनाव 2020 में CPI(M) ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीट बंटवारे से पहले CPI(M) ने प्रदेश की 11 सीटों पर दावेदारी पेश की है, जिनमें मोहिउद्दीन नगर, मांझी, विभूतिपुर, बहादुरपुर, पूर्णिया, पिपरा (मोतिहारी), बिस्फी, नौतन, मटिहानी, परबत्ता और महिषी शामिल हैं। इन सीटों को लेकर पार्टी का कहना है कि यहां पर उसका मजबूत जनाधार है और संगठन पहले से ही सक्रिय है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2020 में सीपीआई(एम) ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि इस चुनाव में पार्टी चार सीटों पर लड़ी थी। इस चुनाव में माकपा का स्ट्राइक रेट 50% रहा। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी की ओर से अपने प्रभाव वाले इलाकों में कार्यकर्ता सम्मेलन भी कराया जा रहा है। इसके अलावा बूथ कमेटियों का भी गठन कर लिया है।
विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन इस बार सीट बंटवारे में पेंच फंस सकता है। मुकेश सहनी की वीआईपी, पशुपति पारस की रालोजपा और हेमंत सोरेन की झामुमो भी शामिल हो गई है। इसलिए अब हर दल चाहता है कि उसे ज्यादा से ज्यादा सीटें मिले। वहीं मुकेश सहनी ने 60 सीटें मांगी है साथ ही डिप्टी सीएम का भी पद मांगा है।
महागठबंधन में सीट शेयरिंग ही नहीं सीएम फेस पर भी अभी तक बात नहीं बनी है। हालांकि तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन में सीएम फेस पर कोई भ्रम नहीं है। सही समय आने पर सीएम फेस का ऐलान कर दिया जाएगा।