मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार की सभी 243 सीट पर दो चरण में चुनाव होंगे। पहले चरण के लिए 6 नवंबर को और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी।
Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज गया है। प्रदेश की 243 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण के लिए 6 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी। 14 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के बाद प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है। अभी तक एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन अब कयास लगाए जा रहे है कि जल्द ही दोनों गठबंधन दलों के बीच सीट बंटवारा कर सकते है।
2020 में बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे। पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर 2020 को वोटिंग हुई थी। दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर 2020 और तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर 2020 को मतदान हुआ था। विधानसभा चुनावों का परिणाम 10 नवंबर 2020 को घोषित किया था। प्रदेश की 243 विधानसभा सीटों में से एनडीए ने 125 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। राजद ने 75 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं दूसरे नंबर पर बीजेपी रही। बीजेपी ने 74 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा जदयू 43, कांग्रेस 19, सीपीआईएमएल 12, एआईएमआईएम 5, माकपा 2, सीपीआई 2 और वीआईपी ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
विधानसभा चुनाव 2020 में महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर राजद ने चुनाव लड़ा था। RJD ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद कांग्रेस ने 70, सीपीआईएमएल ने 19, सीपीआई ने 6 और माकपा ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
एनडीए की बात की जाए तो सबसे ज्यादा जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद बीजेपी ने 110, वीआईपी ने 11 और हम ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था। एनडीए में सबसे अच्छा प्रदर्शन बीजेपी ने किया था। बीजेपी ने 74 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दो चरणों (6 और 11 नवंबर) में चुनाव होंगे। 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। EC ने कहा कि चुनावों को लेकर आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है।
विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान होते ही प्रदेश में आचार संहिता लग चुकी है। बता दें कि 2020 से इस बार विधानसभा चुनाव काफी अलग है, क्योंकि इस बार चुनावी मैदान में प्रशांत किशोर और तेज प्रताप यादव भी है। परिवार और पार्टी से बेदखल करने के बाद लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने अपनी नई पार्टी बना ली है और चुनावी मैदान में भी ताल ठोक दी है। इसके अलावा प्रशांत किशोर की पार्टी भी चुनावी मैदान में है। अभी तक दोनों ही पार्टी किसी भी दल में शामिल नहीं हुई है। दोनों पार्टी किस गठबंधन को नुकसान पहुंचाएगी यह 14 नवंबर को ही पता लगेगा। इसके अलावा AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी चुनावी मैदान में उतर गए है। पिछली बार AIMIM ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी।