Bihar Assembly Elections:केदार नाथ सिंह बनियापुर विधानसभा सीट से आरजेडी के टिकट पर 2020 में जीते थे। बुधवार को केदार नाथ ने आरजेडी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए।
Bihar Assembly Elections: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभेरी बजते ही सियासी ड्रामा तेज हो गया है। बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को करारा झटका लगा जब बनियापुर विधायक केदार नाथ सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया। यह घटना महागठबंधन के लिए चेतावनी का संकेत है, जबकि एनडीए को नया बल मिला है। पटना में आयोजित एक भव्य समारोह में केदार नाथ ने केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की।
केदार नाथ सिंह बनियापुर विधानसभा सीट से आरजेडी के टिकट पर 2020 में जीते थे। बुधवार को केदार नाथ ने आरजेडी से इस्तीफा देकर भाजपा का साथ चुना। उन्होंने कहा कि आरजेडी में उपेक्षा का शिकार होना पड़ा। विकास के एजेंडे पर नीतीश कुमार और भाजपा का साथ सही है। बिहार के पिछड़े वर्ग को सशक्त बनाने के लिए एनडीए ही विकल्प है। यह स्विचओवर सारण जिले की राजनीति को हिला देगा, जहां बनियापुर सीट पर कुशवाहा और यादव वोट बैंक मजबूत है।
सूत्रों के मुताबिक, केदार नाथ का फैसला परिवारिक रिश्तों और टिकट वितरण पर अटके विवाद से प्रेरित है। वे महाराजगंज लोकसभा से पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के छोटे भाई हैं, जो भाजपा से जुड़े हैं। केदार ने कहा, "परिवार से अलग नहीं रह सकता। जहां बड़े भाई रहेंगे, मैं उनके साथ ही हूं।" आरजेडी में सीट शेयरिंग की देरी और बनियापुर सीट पर अनिश्चितता ने उन्हें मजबूर किया। हाल ही में महागठबंधन में RJD को 134 सीटें मिलने की चर्चा है, लेकिन कांग्रेस (60), VIP (15) और अन्य सहयोगियों के बीच टकराव बढ़ा है।
यह घटना पिछले हफ्ते की घटनाओं की याद दिलाती है, जब आरजेडी के तीन विधायक (संगीता कुमारी, सिद्धार्थ सिंह और पिंटू कुमार) सहित पूर्व सांसद सुनील कुमार पिंटू भाजपा में शामिल हुए थे। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इसे एनडीए की खरीद-फरोख्त नीति करार दिया, लेकिन आरजेडी के अंदरखाने में हड़कंप मच गया है।
बिहार की 243 सीटों पर 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जबकि 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। भाजपा ने 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी, जिसमें केदार जैसे नए चेहरों को महत्वपूर्ण भूमिका मिल सकती है। एनडीए ने सीट बंटवारे में भाजपा-जेडीयू को 101-101 सीटें दी हैं, जबकि LJP(RV) को 29। विश्लेषक मानते हैं कि केदार का शामिल होना सारण में NDA को 4-5% वोट शिफ्ट कर सकता है।