शेखपुरा में नेशनल हाईवे 33ए पर एक ट्रक और ऑटोरिक्शा की भयानक टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना पर तेजस्वी यादव ने दुख जताया और स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
बिहार के शेखपुरा जिले में मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां एक ऑटोरिक्शा और ट्रक में भयानक टक्कर हो गई जिसके चलते ऑटोरिक्शा में सवार छह लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल है। यह हादसा नेशनल हाईवे 33ए पर स्थित मनिंदा गांव के शेखपुरा-सिकंदरा रोड पर हुआ है।
शेखपुरा के एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो-रिक्शा पूरी तरह से नष्ट हो गया। ऑटो में सवार यात्रियों में से छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात से आठ सवारियों की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों का फिलहाल इलाज चल रहा है। टक्कर से ऑटो इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ की उसमें सवार यात्रियों के शवों को JCB मशीन की मदद से बाहर निकाला गया।
पुलिस ने घायलों को तुरंत नजदीकी सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत पावापुरी स्थित उच्च चिकित्सा केंद्र रेफर कर दिया गया। घटना के दौरान वहां मौजूद लोगों के अनुसार, ऑटो-रिक्शा शेखपुरा शहर की ओर जा रहा था, तभी गलत दिशा से तेज रफ्तार में आ रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर ऑटो से भिड़ गया। यह टक्कर इतनी तेज थी कि ऑटोरिक्शा सड़क से कई फीट दूर जाकर गिरा।
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। घटना की जानकारी मिलते ही बरबीघा और शेखपुरा पुलिस स्टेशन की टीमें मौके पर पहुंची और गांव वालों की मदद से घायलों को ऑटोरिक्शा से निकाल कर तुरंत अस्पताल पहुंचाया। हादसे के कारण सड़क पर भयंकर जाम लग गया था जिसे पुलिस ने हटवाया।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना पर दुख जताया है। तेजस्वी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, शेखपुरा में ट्रक और ऑटो के बीच हुई भीषण टक्कर में 6 लोगों की दुःखद मौत पर गहरी संवेदना तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। बिहार में अनियंत्रित सड़क दुर्घटनाओं में हो रही असामयिक मौतें अति चिंताजनक है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे इलाके में में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की लापरवाही को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया। लोगों का आरोप है कहा कि तेज रफ्तार, गलत दिशा में वाहन चलाना, ओवरलोडिंग और निगरानी की कमी के कारण ऐसी दुर्घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। घटना पर नाराजगी जताते हुए लोगों ने नेशनल हाईवे पर चलने वाले भारी वाहनों की कड़ी निगरानी करने और कड़े नियम लागू करने की मांग की।
अचानक हुए इस हादसे से मृतकों के परिजन काफी सदमें में है। उनका रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं प्रशासन ने इस दुर्घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। जांच टीम से मिली जानकारी के अनुसार, ट्रक के स्पीड में होने के दावों की जांच की जाएगी जिससे यह पता चल सके की यह हादसा तेज रफ्तार के चलते हुआ है या फिर लापरवाही। मामले की जांच की जा रही है और सरकार मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने पर भी विचार कर रही है।