Bihar News: बीजेपी की एक मीटिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मीटिंग के दौरान बहस इतनी बढ़ गई कि एक महिला मंत्री अपनी चप्पल तक निकाली थी।
Bihar News: बिहार में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। बीजेपी, कांग्रेस और जेडीयू सहित कई राजनीतिक पार्टियों ने प्रदेश में रेलियां और जनसभाएं शुरू कर दी है। इसी बीच बीजेपी की एक मीटिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मीटिंग के दौरान बहस इतनी बढ़ गई कि एक महिला मंत्री अपनी चप्पल तक निकाली थी। यह तीखी नोकझोक महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष प्रज्ञा भारती और भाजपा जिला मंत्री उपेंद्र राजवंशी के बीच हुई है।
दरअसर, नालंदा में भाजपा जिला कार्यालय में संगठनात्मक बैठक हुई। जिले के सभी छोटे-बड़े नेता शामिल हुए। महिला मोर्चा को भी बैठक में बुलाया गया था। बैठक में उस समय विवाद बढ़ गया जब महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष प्रज्ञा भारती और भाजपा जिला मंत्री उपेंद्र राजवंशी के बीच जोरदार बहस हुई। मामला इतनी बढ़ गई कि महिला मोर्चा अध्यक्ष ने चप्पल उठा लिया और कार्यकर्ता पर हमला करने के लिए उतारू हो गईं। मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ। मीटिंग में मौजूद अन्य अधिकारी उनको समझाकर मामला शांत करने की कोशिश करते हुए नजर आ रहे है।
राष्ट्रीय जनता दल के एक्स अकाउंट से इस घटना का एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा, भाजपा की कोई मीटिंग हो और वहाँ पार्टी के संस्कार के अनुसार जूते चप्पल ना चले, गाली गलौज ना हो तो भाजपा का संस्कार कैसे साबित होगा? नालंदा में BJP की एक मीटिंग में महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष और भाजपा जिला मंत्री के बीच ऐसी बहस हुई कि मारने के लिए चप्पल निकाल लिया गया!
यह वीडियो 16 जून, 2025 को शाम 6:35 PM पर शेयर किया गया है। अब तक इसको 788 लोगों ने लाइक किया है, वहीं 193 लोगों ने रिशेयर किया है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर यूजर्स अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। Anuj Nagar नाम के एक यूजर ने लिखा, 'Rjd के संस्कार से अमृत की धारा निकल रही है?' एक ने लिखा, 'भारतीय जनता पार्टी में भी लोक पर तंत्र हावी है।' pratima patel ने लिखा, 'तेजस्वी लाओ बिहार बचाओ।'
Vikash Kumar के यूजर ने लिखा, 'Sanskari Party ki Sanskari Meeting!
नालंदा में भाजपा मीटिंग का रियलिटी शो जारी है —
महिला मोर्चा vs ज़िला मंत्री
➡️ बहस नहीं, चप्पल युद्ध!
➡️ भाषण नहीं, गाली गलौज!
भाजपा के इस संस्कार को कहते हैं —
"संघी-संस्कार"
चप्पल उठे बिना मीटिंग पूरी हो जाए, तो संघियों को।