BPSC Protest: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है। रविवार की शाम को प्रदर्शन कर रहे छात्र ने अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास तक मार्च निकालने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
BPSC Protest: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी के खिलाफ छात्रों (BPSC Student Protest) का प्रदर्शन जारी है। रविवार की शाम को प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास (CM House) तक मार्च निकालने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को सीएम आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए सड़क पर बैरिकेडिंग की। प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के नेतृत्व में छात्र एक बैरिकेडिंग तोड़कर सीएम आवास की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने दूसरी बैरिकेडिंग से पहले ही रोक लिया।
वहीं प्रदर्शन करने वाले छात्र गांधी मैदान (Gandhi Maidan) से निकलकर जेपी गोलंबर के पास तक ही पहुंच पाए। इसी बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठीचार्ज भी किया। छात्र फ्रेजर रोड होते हुए डाक बंगला की तरफ बढ़ रहे हैं।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार के प्रशासनिक अधिकारी यहां मौजूद थे, उन्होंने हमारे साथियों से बात की है और आश्वासन दिया है कि सरकार अभ्यर्थियों की मांगों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार का कहना है कि छात्रों की 5 सदस्यीय कमेटी अभी मुख्य सचिव से बात करेगी ताकि उनकी समस्याओं और मांगों पर कुछ निर्णय लिया जा सके। अगर मुख्य सचिव से बात करने के बाद BPSC अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं होते हैं तो कल सुबह सभी एक साथ बैठेंगे। मैं छात्रों से अनुरोध करूंगा कि अभी ऐसा कुछ न करें जो कानून सम्मत न हो। अगर फैसला छात्रों के पक्ष में नहीं होता है, अगर छात्रों के साथ कोई अन्याय होता है तो हम पूरी ताकत से उनके साथ खड़े रहेंगे।
प्रशांत किशोर ने इससे पहले पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक दिन नारे लगाने से कुछ नहीं होगा। प्रदेश में छात्रों का जीवन कई सालों से बर्बाद हो रहा है। यह लड़ाई लंबे समय तक चलानी होगी और इसे अंजाम तक पहुंचाना होगा। किसान आंदोलन का उदाहरण देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि दिल्ली में किसान सालों तक डेरा डालकर बैठे थे, तभी कुछ हुआ।
प्रशांत किशोर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में डोमिसाइल नीति में बदलाव, पेपर लीक और नौकरियों में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है तो बिहार के छात्रों को एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़नी होगी।
बता दें कि बीते दिनों हुई बीपीएससी की परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ नॉर्मलाइजेशन को भी छात्र रद्द करने की मांग कर रहे हैं। वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि जो कुछ दिन पहले परीक्षा हुई थी उसे दोबारा से आयोजित कराया जाए। जबकि BPSC महज उसी केंद्र पर इस परीक्षा को फिर से आयोजित कराने के लिए तैयार दिख रही है जहां पर परीक्षा के दौरान गड़बड़ी होने की बात सामने आई थी।