दिल्ली ब्लास्ट से ठीक पहले का CCTV फुटेज सामने आया है। इसमें आतंकी मोहम्मद उमर काला मास्क पहने हुए दिखाई दे रहा है।
Delhi blast:दिल्ली के लाल किला के पास सोमवार शाम तेज धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। हादसे को लेकर जांच भी शुरू हो गई है। वहीं, ब्लास्ट से कुछ देर पहले का CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें हुंडई i20 कार भीड़ वाले ट्रैफिक से गुजरती हुई दिखाई दे रही है। CCTV फुटेज में कार के भीतर एक शख्स काला मास्क पहने बैठा हुआ दिखा। शख्स की पहचान आतंकी मोहम्मद उमर के रूप में हुई है। जांच एजेंसियां अब इस कार और मास्क पहने हुए ड्राइवर की पहचान स्थापित करने के लिए तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी हालिस करने में जुटी हुई है।
दिल्ली ब्लास्ट का कनेक्शन जैश ए मोहम्मद से जुड़ने की संभावना है। दरअसल, कुछ दिनों पहले सुरक्षा एजेंसियों ने 2,900 किलोग्राम IED बनाने का सामान, भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था। साथ ही, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसर गजवात-उल-हिंद (AGuH) का टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था।
इस कार्रवाई में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आरोपियों में दो डॉक्टर भी शामिल थे। आरोपियों की पहचान
डॉ. मुअज़मिल अहमद गनई (फरीदाबाद) डॉ. आदिल (कुलगाम, जम्मू-कश्मीर) आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ, मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद (श्रीनगर), मौलवी इरफान अहमद (शोपियां), और जमीर अहमद अहांगर (गंदरबल) के रूप में हुई।
फरीदाबाद में गिरफ्तार आरोपी मुअजमिल के घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, एके-56 राइफल, AK Krinkov, बरेटा पिस्टल, चीनी स्टार पिस्टल और सैकड़ों कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि यह सभी व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क का हिस्सा थे।
जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, वह असल में मोहम्मद सलमान की थी, लेकिन उसने उसे नदीम को बेच दिया था। इसके उसे फरीदाबाद के एक यूज्ड कार डीलर, रॉयल कार जोन को बेच दिया। बाद में इसे तारिक ने खरीदा और फिर उमर ने ले लिया।
घटना को लेकर अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह फिदायीन हमला जैसा लग रहा है। अधिकारियों ने कहा कि हमले से जुड़े आरोपी तारिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही, फरीदाबाद में मौजूद आतंकी मॉड्यूल की भी जांच की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि इसी मॉड्यूल ने इस बम धमाके की साजिश रची थी।
शुरुआती इंटेलिजेंस रिपोर्ट से पता चलता है कि कार को भीड़भाड़ वाले इलाके में लाने से पहले उसमें विस्फोटक भरे गए थे। शाम 6:52 बजे लाल किला के पास कार में धमाका हुआ, जिससे आग लग गई और आसपास की गाड़ियां भी उसकी चपेट में आ गईं। चश्मदीदों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि स्ट्रीट लाइटें बंद हो गईं और आग की लपटें कई फीट ऊंची उठीं। धमाके के पीछे वजहों की जांच की जा रही है।