केंद्र सरकार ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी उपाय करने जा रही है। बाइक के हैंडलबार पर टच/प्रेशर सेंसर लगाए जाएंगे।
शहरों में युवकों के बाइक पर स्टंट कर उत्पात मचाने की घटनाएं आम हैं। ऐसे स्टंट कर या मोटरसाइकिल चलाते हुए माेबाइल पर बात करने के कारण दुर्घटना के शिकार होने के मामले अक्सर सामने आते हैं।
केंद्र सरकार युवाओं के लिए जानलेवा साबित होने वाले इन कारणों से बचने के तकनीकी उपाय करने की तैयारी कर रही है। जानकार सूत्रों के अनुसार इन उपायों के तहत बाइक में हैंडलबार पर टच या प्रेशर सेंसर लगाए जाएंगे।
केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने पिछले दिनों दुपहिया वाहन निर्माताओं के साथ एक अहम बैठक में यह उपाय लागू करने को कहा है। साथ ही तकनीकी विशेषज्ञों से अध्ययन भी करवाया जा रहा है स्टंट रोकने के क्या उपाय हो सकते हैं।
बाइक के हैंडल बार में इस तरह का सेंसर लगाया जाएगा जिससे उस पर लगातार 4-5 सैकंड से ज्यादा समय तक हाथ हटने पर स्पीड कम होने लगेगी और आगे चलकर बाइक रुक जाएगी।
दोनों हैंडल बार में इस तरह का सेंसर लगाने से हाथ छोड़कर बाइक चलाने के स्टंट या एक हाथ से मोबाइल पर बात करने पर भी बाइक की स्पीड धीमी होने लगेगी।
सूत्रों के अनुसार बैठक में वाहन निर्माताओं से दुपहिया वाहनों पर लेग गार्ड अनिवार्य करने पर भी चर्चा की गई। यह सुविधा दुपहिया चालक के निचले अंगों की चोटों की गंभीरता को कम कर सकती है, जो मोटरसाइकिल दुर्घटनाओं में सबसे आम हैं। आधुनिक दोपहिया वाहनों में आम तौर पर लेग गार्ड नहीं होते हैं।
देश में दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा दुपहिया वाहन चालक (45%) शिकार होते हैं। वहीं दुर्घटना का बड़ा कारण भी वही बनते हैं।
दुपहिया वाहन के कारण दुर्घटना में मौत - 48181 (2023 में)