Concerts safety for women in India: भारत में महिलाओं की सुरक्षा अब संगीत कार्यक्रमों में एक गंभीर चिंता बन चुकी है, जैसा गुवाहाटी में पोस्ट मेलोन के कॉन्सर्ट के दौरान देखा गया।
Concerts safety for women in India: क्रिसमस और न्यू ईयर नजदीक है और भारत के कई शहरों में म्यूजिकल कॉन्सर्ट्स की तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में यह खबर चौंकाने वाली है। भारत में संगीत कार्यक्रमों (Women safety at concerts) का माहौल रोमांचक होता है, लेकिन महिलाओं के लिए कभी-कभी यह सुरक्षा की चिंता का कारण बन सकता है। हाल ही में गुवाहाटी में पोस्ट मेलोन के कॉन्सर्ट में बैंकॉक में रहने वाली एक ब्रिटिश ट्रैवल इन्फ्लुएंसर एम्मा और उनकी सहेली अमीना (Travel influencer experiences) ने इस समस्या का सामना किया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी दोस्त को बिना सहमति के छुआ गया, जिससे उन्हें कार्यक्रम छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। यह घटना गुवाहाटी के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के मैदान में आयोजित पोस्ट मेलोन के पहले भारत दौरे के दौरान हुई। कार्यक्रम में 20,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे, लेकिन दो महिलाएं अपने अनुभव के कारण इस आयोजन को नकारात्मक रूप में याद करेंगी। सोशल मीडिया पर एम्मा ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के केवल 10 मिनट बाद ही, उन्होंने खुद को असुरक्षित महसूस किया (Concert safety in India) और उन्हें पीछे जाकर छिपना पड़ा।
गुवाहाटी पूर्व के डीसीपी मृणाल डेका ने कहा कि पुलिस को इस मामले की जानकारी है और जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं ने घटना के समय पुलिस या आयोजकों से संपर्क नहीं किया था, जिससे जांच में थोड़ी कठिनाई हो रही है।
एम्मा ने अपनी पोस्ट में लिखा, "यह कोई साधारण धक्का-मुक्की नहीं थी। यह महिलाओं के खिलाफ हिंसा और सार्वजनिक स्थानों पर उत्पीड़न का हिस्सा है।" उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी महिला, चाहे वह किसी भी कार्यक्रम में हो, उसे कभी भी अपनी सुरक्षा और संगीत का आनंद लेने के बीच में से एक का चुनाव करने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए।
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर को हाल ही में एक लाइव प्रदर्शन के दौरान गालियां दी गईं और उन्हें अपमानित किया गया। उनका यह लाइव शो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उन्हें परेशान किया गया और असहज स्थिति में डाला गया। यह घटना एक गंभीर सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे को उजागर करती है, विशेष रूप से महिला कलाकारों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
भारत में बड़े संगीत कार्यक्रमों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। एम्मा की घटना ने यह दिखा दिया है कि आयोजकों को केवल मनोरंजन पर ध्यान देने के बजाय महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक वातावरण सुनिश्चित करना चाहिए।
बहरहाल,अब गुवाहाटी पुलिस और आयोजक इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं, लेकिन इस पूरी घटना से सवाल उठता है कि क्या भारत में बड़े संगीत समारोहों में महिलाओं की सुरक्षा बेहतर बनाने के लिए और उपाय किए जाने चाहिए ? इस घटना के बाद असम सरकार और आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि आगे से ऐसी घटनाएं न हों और महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।