शशि थरूर का नाम वीर सावरकर पुरस्कार के लिए नामित हुआ है, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी पहले जानकारी नहीं थी। थरूर ने आयोजकों पर नाराजगी जताई और कहा कि उनसे पूछे बिना ही नामांकन किया गया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम वीर सावरकर पुरस्कार के लिए नामित हुआ है। सांसद ने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। इस बीच, थरूर ने मीडिया से बात करते हुए भी बताया कि मेरा नाम वीर सावरकर अवॉर्ड के लिए चुना गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की पहले जानकारी नहीं थी। आज ही मुझे इसका पता चला। हालांकि आयोजन का पता एक दिन पहले ही चल गया था।
उन्होंने आयोजकों पर बोलते हुए कहा कि उनको पहले मेरे से पूछना चाहिए था। यह सब मेरी अनुमति के बिना हुआ है। सवालों से बचने के लिए थरूर ने बाद में एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि भी की है।
सांसद शशि थरूर ने कहा- मैं स्थानीय निकाय चुनावों में वोट देने के लिए केरल गया हुआ था। इसी बीच मुझे मीडिया रिपोर्ट्स से इसकी जानकारी मिली कि मुझे वीर सावरकर पुरस्कार के लिए चुना गया है। हालांकि मुझे इसकी जानकारी नहीं दी गई थी।
सांसद ने अवॉर्ड को स्वीकार करने के प्रश्न पर कहा कि पुरस्कार की प्रकृति, इसे प्रदान करने वाले संगठन या किसी अन्य प्रासंगिक विवरण के बारे में मुझे पूरी जानकारी नहीं है। इसलिए मैं इस आयोजन में नहीं जाऊंगा और अवॉर्ड को लेने का तो सवाल ही नहीं उठता है।
इस मामले में कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। केरल राज्य के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने कहा कि यह पुरस्कार स्वीकार करना कांग्रेस के लिए अपमानजनक है।
इस पुरस्कार को स्वीकार करने से ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं होगा। भाजपा और दक्षिणपंथी दल विनायक दामोदर 'वीर' सावरकर को क्रांतिकारी प्रतीक मानते हैं, जबकि कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर सवाल उठाती है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में किया जाएगा। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करेगा, जिन्होंने राष्ट्रीय विकास, सामाजिक सुधार और मानवीय सहायता के क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए काम किया है। इस आयोजन में शशि थरूर को भी शामिल किया गया था।
वीर सावरकर अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव पुरस्कार 2025 की स्थापना गैर सरकारी संगठन हाई रेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (एचआरडीएस) द्वारा की गई है, जिसके प्रथम प्राप्तकर्ता के रूप में थरूर को नामित किया गया है।