केरल कांग्रेस विधायक राहुल ममकूटाथिल पर अभिनेत्री समेत कई महिलाओं ने अश्लील आचरण का आरोप लगाया है जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। एक ऑडियो क्लिप भी सामने आई है जिसमें राहुल महिला को धमकी देते और गर्भपात के लिए मजबूर करते सुने जा सकते हैं। यह कदम पार्टी के लिए नुकसान कम करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, हालांकि विधानसभा से इस्तीफा नहीं माँगा गया है। मामले में महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है।
केरल के कांग्रेस विधायक राहुल ममकूटाथिल पर बड़ा एक्शन हुआ है। एक्ट्रेस और अन्य महिलाओं ने राहुल पर अश्लील आचरण का आरोप लगाया था।
अब केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) ने सोमवार को विधायक राहुल ममकूटाथिल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है।
बता दें कि पिछले एक हफ्तों में एक्ट्रेस सहित तीन महिलाओं ने राहुल पर अश्लील आचरण के आरोप लगाए हैं। विवादों में घिरने के बाद कांग्रेस की ओर से यह पहली कार्रवाई की गई है।
पहले उन्हें युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। उन्होंने उस पद से इस्तीफा दे दिया। अब उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है।
हालांकि, उन्हें विधानसभा से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया, लेकिन नई कार्रवाई के बाद वह किसी भी पार्टी बैठकों में भाग नहीं ले पाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, यह कदम नुकसान की भरपाई के लिए उठाया गया है, क्योंकि नेतृत्व को डर है कि इस्तीफे से पलक्कड़ में उपचुनाव हो सकते हैं, जिससे राजनीतिक झटके लग सकते हैं।
पार्टी आलाकमान ने पहले इस्तीफा देने का समर्थन किया था, लेकिन कानूनी सलाह लेने के बाद, राज्य इकाई ने निलंबन को ज्यादा व्यावहारिक विकल्प माना। पार्टी नेताओं का मानना है कि इस कदम से विवाद को शांत करने में मदद मिलेगी।
पूर्व विधायक शनिमोल उस्मान और वर्तमान विधायक उमा थॉमस जैसी महिला नेताओं की मांगों सहित बढ़ते दबाव के बावजूद, राहुल ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।
रविवार को, अवंतिका नाम की एक ट्रांस महिला ने उन पर अश्लील बातचीत करने का आरोप लगाया था। अवंतिका ने कहा कि राहुल ने उन्हें धमकी भी दी थी।
इसके बाद, राहुल का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें एक महिला को गर्भपात के लिए मजबूर करते और जान से मारने की धमकी देते हुए सुना गया।
दूसरी ओर, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि अपनी बेगुनाही का जोरदार दावा करने में उनकी हिचकिचाहट ने उनके समर्थकों को भी भ्रमित कर दिया है और वे उनका साथ देने को तैयार नहीं हैं।
ऑडियो का दूसरा, ज्यादा आपत्तिजनक हिस्सा सामने आने के बाद, राज्य महिला आयोग और बाल अधिकार आयोग, दोनों ने मामले का संज्ञान लिया है।