दिल्ली धमाके के आरोपी उमर नबी का घर ध्वस्त करने पर जम्मू कश्मीर के सीएम ने आपत्ती जताई है। उन्होंने कहा, अगर आतंकवाद इन कदमों से रुक सकता, तो यह बहुत पहले ही खत्म हो चुका होता।
दिल्ली धमाके के आरोपी डॉ. उमर नबी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर स्थित उसके घर को धवस्त कर दिया। अब इस मामले पर राज्य के सीएम उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया सामने आई है। अब्दुल्ला ने उमर के परिवार के घर को गिराए जाने पर सवाल उठाते हुए इसे गलत बताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के काम सिर्फ लोगों में गुस्सा बढ़ाएंगे।
सीएम अब्दुल्ला ने कहा, अगर आतंकवाद इन कदमों से रुक सकता, तो यह बहुत पहले ही खत्म हो चुका होता। उन्होंने आगे कहा, जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद कुछ समय पहले ही कम हो गया था और इसके लिए किसी का घर उड़ाने की ज़रूरत नहीं पड़ी थी। बता दें कि, गुरुवार रात को पुलवामा जिले के कोइल गांव में स्थित उमर के दो मंजिला घर को IED ब्लास्ट की मदद से ध्वस्त कर दिया गया था। तीन नियंत्रित धमाकों के मदद से इस घर को गिराया गया था।
ब्लास्ट से पहले उमर के परिवार और आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिसके बाद रात 12.30 बजे से 2.30 बजे के बीच ब्लास्ट कर के घर को मलबे में बदल दिया गया था। आस-पास के घरों में रहने वालों ने बताया कि इस कार्रवाई के चलते लगभग एक दर्जन पड़ोसी घरों को भी हल्का नुकसान पहुंचा है। सीएम अब्दुल्ला से पहले पी.डी.पी. (PDP) चीफ महबूबा मुफ्ती भी सरकार की इस कार्रवाई की आलोचना कर चुकी है।
मुफ्ती ने कहा, सरकार को दोषियों को निशाना बनाना चाहिए, न कि उनके परिवारों को। उन्होंने कहा, हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में नहीं हैं जो इसमें शामिल हैं। लेकिन उनके दोस्तों, रिश्तेदारों, माता-पिता और भाई-बहनों को निशाना क्यों बनाया जा रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) पार्टी के सांसद, आगा रूहुल्लाह मेहदी ने इस कार्रवाई को सामूहिक सज़ा बताते हुए कहा, कश्मीर की कड़ाके की सर्दी में बिना किसी सबूत/अदालती आदेश या हमले से जुड़े किसी भी क़ानून के एक पूरे परिवार को बेघर कर देना क्रूरता का काम है। इससे उन निर्दोष लोगों को न्याय नहीं मिलता जो हमने आतंकी हमले में खो दिए, और इससे न्याय का उद्देश्य भी पूरा नहीं होता।