असम में 15 मुस्लिम युवकों को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
Delhi Blast दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर 'आपत्तिजनक' पोस्ट करने के मामले में 15 मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
यह कार्रवाई असम में हुई है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार सुबह मुस्लिम युवकों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी।
सरमा ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा- दिल्ली विस्फोटों के बाद सोशल मीडिया (Social Media Post On Delhi Blast) पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के संबंध में कल की गई 6 गिरफ्तारियों के अलावा, हमने रात में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसमें रफीजुल अली (बोंगाईगांव), फौरीद उद्दीन लस्कर (हैलाकांडी), इनामुल इस्लाम (लखीमपुर), फिरुज अहमद उर्फ पापोन (लखीमपुर), शाहिल शोमन सिकदर उर्फ शाहिदुल इस्लाम (बारपेटा), रकीबुल सुल्तान (बारपेटा), नसीम अकरम (होजाई), तस्लीम अहमद (कामरूप), अब्दुर रोहिम मुल्ला उर्फ बप्पी हुसैन (दक्षिण सलमारा) शामिल हैं।
असम सीएम ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि असम भर में अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। असम पुलिस हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगी।
यह कार्रवाई सरमा द्वारा बुधवार को दिए गए उस बयान के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रशासन का लक्ष्य आतंकवाद का समर्थन करने वालों को पकड़ना है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा- हम आतंकवादियों का समर्थन करने वालों को पकड़ेंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। ये लोग असम में हालात बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
खुफिया एजेंसियों ने गुरुवार को दिल्ली विस्फोट से जुड़ी एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई है। सूत्रों का कहना है कि संदिग्धों ने कथित तौर पर कई जगहों पर हमला करने की योजना बनाई थी।
एक खुफिया सूत्र ने बताया- आई20 और इकोस्पोर्ट कार बरामद होने के बाद यह भी पता चला है कि दो और पुरानी गाड़ियों को तैयार किया जा रहा था, जिनमें विस्फोटक लगाए जाने थे।
इसके अलावा, जांच एजेंसियों ने बताया कि लगभग आठ संदिग्ध कथित तौर पर चार जगहों पर विस्फोटों को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे, जिनमें से प्रत्येक को एक खास लक्षित शहर के लिए नियुक्त किया गया था।
प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि आरोपी समूह दो-दो करके जाने वाले थे और प्रत्येक समूह एक साथ कई इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लेकर हमला करने वाला था।