Red Fort Blast: दिल्ली कार ब्लास्ट की जांच नूंह तक पहुंची, जहां बिना लाइसेंस अमोनियम नाइट्रेट सप्लाई करने वाले दिनेश सिंगला को हिरासत में लिया गया है।
Delhi Blast Case: दिल्ली में 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट केस की जांच अब हरियाणा के नूंह (मेवात) जिले तक पहुंच गई है। जांच एजेंसी ने खाद विक्रेता दिनेश सिंगला उर्फ डब्बू को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। आरोप है कि डब्बू ने बिना किसी रिकॉर्ड और लाइसेंस के अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल शकील को अमोनियम नाइट्रेट उपलब्ध करवाया, जो विस्फोट तैयार करने में इस्तेमाल किया गया।
दिनेश सिंगला पिनगवां क्षेत्र का रहने वाला है। उसके पास अमोनियम नाइट्रेट रखने या बेचने का कोई वैध लाइसेंस नहीं था। डॉ. मुजम्मिल शकील को दी गई यह खेप ही ब्लास्ट में इस्तेमाल हुई बताई जा रही है। जांच एजेंसी अब सप्लाई चेन की पूरी डिटेल्स खंगाल रही है।
गुरुवार रात सुरक्षा बलों ने पुलवामा के कोइल इलाके में आतंकी डॉ. उमर नबी के घर को IED ब्लास्ट से ध्वस्त कर दिया। गुरुवार को ही DNA मैचिंग से पुष्टि हुई कि दिल्ली ब्लास्ट वाली कार में उमर ही सवार था। पुलिस ने उमर के माता-पिता और भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उमर पुलवामा का ही रहने वाला था और उसे आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा बताया जा रहा है।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, अब तक गिरफ्तार 8 आतंकियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे बाबरी मस्जिद ढहाने की बरसी (6 दिसंबर) को दिल्ली समेत देश के कई शहरों में ब्लास्ट करना चाहते थे। इसके लिए 32 कारों का इंतजाम किया गया था। मॉड्यूल का मकसद बड़े स्तर पर दहशत फैलाना था।
10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले में हुए ब्लास्ट में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें से 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। जांच में आतंकी मॉड्यूल के और सदस्यों की तलाश जारी है। जांच एजेंसियां अलर्ट पर हैं और पूरे मामले की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।