दिल्ली की हवा जहरीली होती जा रही है। एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है। विशेषज्ञों ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत कड़े कदम उठाने की मांग की है। जानिए क्या है इसके पीछे की वजह...
दिल्ली (Delhi) में वायु प्रदूषण (air pollution) ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। 19 अक्टूबर की शाम तक 26 क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ )300 के पार पहुंच गया, जबकि आनंद विहार में एक्यूआइ 423 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। इस बीच पंजाब से लगातार पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं । 15 सितंबर से 18 अक्टूबर 2025 के बीच 241 पराली जलाने के मामले सामने आए हैं।
दिल्ली के 39 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 38 ने रिपोर्ट सौंपी, जिनमें से 23 केंद्रों पर एक्यूआइ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज हुआ। वायु प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर को देखते हुए विशेषज्ञों ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत कड़े कदम उठाने की मांग की है। निर्माण कार्यों और डीजल वाहनों पर प्रतिबंध जैसे उपाय जल्द लागू हो सकते हैं।
पंजाब में सबसे ज्यादा 88 मामले तरनतारण और 80 मामले अमृतसर जिले में दर्ज किए गए। पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए सरकार की अपीलों के बावजूद किसान पराली जलाकर खेत साफ कर रहे हैं।113 मामलों में करीब 5.60 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया, जिसमें से 4.15 लाख रुपये वसूले जा चुके हैं । इसके अलावा 132 एफआइआर भी दर्ज की गई हैं।