कर्मचारी ने अपने मैनेजर को लिखा, 'हाय सर, मैं 16 दिसंबर के लिए लीव रिक्वेस्ट करना चाहता हूं। मेरी गर्लफ्रेंड 17 दिसंबर को उत्तराखंड अपने घर जा रही है और जनवरी की शुरुआत तक वापस नहीं आएगी।
Love & Leave: प्राइवेट सेक्टर में छुट्टी लेना अक्सर एक बड़ी चुनौती माना जाता है। छुट्टी पाने के लिए कई बार कर्मचारी झूठ का सहारा लेते हैं-कभी बीमारी का, तो कभी किसी आपात स्थिति का बहाना बनाते हैं। लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर एक कर्मचारी का छुट्टी लेने का आवेदन वायरल हो रहा है, जिसने ईमानदारी की एक अलग मिसाल पेश की है।
दरअसल, कर्मचारी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ समय बिताना चाहता था और इसके लिए उसने अपने बॉस को एक साफ-साफ ई-मेल लिखा। ई-मेल पढ़कर मैनेजर भी खुश हो गया और उसने बिना किसी हिचक के छुट्टी मंजूर कर दी।
कर्मचारी ने अपने मैनेजर को लिखा, 'हाय सर, मैं 16 दिसंबर के लिए लीव रिक्वेस्ट करना चाहता हूं। मेरी गर्लफ्रेंड 17 दिसंबर को उत्तराखंड अपने घर जा रही है और जनवरी की शुरुआत तक वापस नहीं आएगी। इसलिए मैं उनके जाने से पहले उस दिन उनके साथ समय बिताना चाहता हूं। कृपया बताएं कि क्या यह ठीक रहेगा।'
मैनेजर ने न सिर्फ छुट्टी अप्रूव की, बल्कि LinkedIn पर ई-मेल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, 'हाल ही में यह मेरे इनबॉक्स में आया। पहले यह सुबह 9:15 बजे अचानक ‘सिक लीव’ का मैसेज होता। आज यह एक पारदर्शी रिक्वेस्ट है। टाइम्स आर चेंजिंग। और ईमानदारी से कहूं तो मुझे यह वर्जन पसंद है। प्यार को ‘ना’ नहीं कहा जा सकता, है ना? लीव अप्रूव्ड।' बताया जा रहा है कि मैनेजर का नाम वीरन खुल्लर है, जो एक ओरल केयर ब्रांड में डायरेक्टर हैं।
यह पोस्ट LinkedIn पर तेजी से वायरल हो गई और इसे हजारों लाइक्स और कमेंट्स मिले। कई यूजर्स ने कर्मचारी की ईमानदारी और मैनेजर के सपोर्टिव रवैये की जमकर तारीफ की। एक यूजर ने लिखा, 'आज की जनरेशन ज्यादा ओपन और ट्रांसपेरेंट है, जिससे मैनेजर्स को बेहतर प्लानिंग में मदद मिलती है।'
हालांकि, कुछ लोगों ने इस पर सवाल भी उठाए। उनका कहना था कि छुट्टी लेना कर्मचारी का अधिकार है और इसके लिए वजह बताना जरूरी नहीं होना चाहिए। एक यूजर ने लिखा, 'हेल्दी वर्क कल्चर में सिर्फ ‘I need a personal day’ कहना काफी होना चाहिए। लीव को अप्रूव नहीं, सिर्फ नोटेड कहा जाना चाहिए।' वहीं, कुछ अन्य यूजर्स ने इसे एक जेनुइन और ईमानदार रिक्वेस्ट बताते हुए कहा, प्यार और केयर के लिए हमेशा ‘यस’।
यह घटना बदलते वर्कप्लेस कल्चर की एक झलक पेश करती है, जहां कर्मचारी अपने निजी जीवन को महत्व दे रहे हैं और मैनेजर्स भी इसे समझते हुए सहयोग कर रहे हैं। पहले जहां बहाने बनाए जाते थे, अब पारदर्शिता और भरोसे पर जोर दिया जा रहा है। हालांकि, कुछ यूजर्स ने यह भी चेतावनी दी कि जरूरत से ज्यादा निजी जानकारी साझा करना कभी-कभी असहज स्थिति भी पैदा कर सकता है। कुल मिलाकर, यह वायरल पोस्ट वर्क-लाइफ बैलेंस और आधुनिक ऑफिस कल्चर को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ रही है।