Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है। पूर्व पीएम के निधन के बाद देश में शोक की लहर दौड़ गई।
Manmohan Singh: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। दरअसल, तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें देर शाम दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया। पूर्व पीएम के निधन की खबर के बाद देश में शोक की लहर दौड़ गई। कांग्रेस ने कर्नाटक के बेलगावी में चल रहे दो दिवसीय अधिवेशन को भी स्थगित कर दिया है। वहीं कर्नाटक में मौजूद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के नेता दिल्ली लौट रहे हैं।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शोक जताया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मनमोहन सिंह जी ने बहुत ही बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया।श्रीमती कौर और उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ। मैंने एक मार्गदर्शक और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।
मनमोहन सिंह के निधन राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का निधन देश के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। डॉ साहब सरल, सौम्य एवं ईमानदार के धनी थे। भारत के आर्थिक विकास, अर्थव्यवस्था की सुदृढ़ता एवं दुनिया में भारत को आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने में मनमोहन सिंह जी का बहुत बड़ा योगदान है। वित्त मंत्री के रूप में भारत को नई दिशा देने वाला आर्थिक उदारीकरण जैसा बड़ा कदम उठाया। प्रधानमंत्री के रूप में आपके कार्यकाल में राजस्थान को विशेष सहयोग मिला जिससे कारण पचपदरा रिफाइनरी जैसी बड़ी सौगात मिली। आपके कार्यकाल को अधिकार आधारित राजनीति की शुरुआत के लिए भी याद रखा जाएगा। एक सामान्य पृष्ठभूमि से निकलकर अर्थशास्त्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्री, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं प्रधानमंत्री तक का आपका सफर सभी के लिए प्रेरणादायक है। आपको हमेशा याद किया जाएगा डॉ मनमोहन सिंह जी।
पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के निधन पर एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। संसद में उनके हस्तक्षेप भी बहुत ही व्यावहारिक थे। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।