इस मिशन के लिए कुल 60 प्रयोग निर्धारित हैं। इनमें से सात इसरो से हैं और पांच नासा के मानव अनुसंधान कार्यक्रम का हिस्सा हैं।
Shubhanhu Shukla: भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर 10 जून को भारतीय समयानुसार शाम 5:52 बजे धरती से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे। खास बात यह है कि अंतरिक्ष यान को शुभांशु ही उड़ाएंगे और यह उनके लिए बिल्कुल नया अनुभव होगा। शुभांशु शुक्ला के Axiom Mission के चुने जाने में भारत के गगनयान मिशन का बहुत बड़ा रोल है। शुभांशु उन 4 पायलटों में से एक हैं, जिनका चयन गगनयान मिशन के लिए हुआ था। हालांकि इससे पहले शुभांशु शुक्ला ने रविवार को फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल की। इस दौरान उन्होंने असेंबली बिल्डिंग से रॉकेट तक जाने और उसमें बैठने के प्रोसेस को फॉलो किया। बता दें कि यह मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा, क्योंकि 1984 में राकेश शर्मा के बाद शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे।
इस मिशन की लॉन्चिंग भारतीय समयानुसार शाम 5:52 बजे होगी और 11 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जुड़ेंगे। यह प्रक्षेपण फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से होगा।
नासा टीवी: नासा की आधिकारिक वेबसाइट (www.nasa.gov/nasatv) (www.nasa.gov/nasatv) या नासा टीवी के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीमिंग उपलब्ध होगी।
स्पेसएक्स यूट्यूब चैनल: स्पेसएक्स अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल (www.youtube.com/@SpaceX) (www.youtube.com/@SpaceX) पर लॉन्च का सीधा प्रसारण करेगा।
Axiom Space की वेबसाइट: Axiom Space की आधिकारिक वेबसाइट (www.axiomspace.com) (www.axiomspace.com) या उनके सोशल मीडिया चैनल्स (जैसे X) पर लाइव स्ट्रीम उपलब्ध हो सकता है।
इसरो की वेबसाइट: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वेबसाइट (www.isro.gov.in) (www.isro.gov.in) या उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर लाइव अपडेट्स और स्ट्रीमिंग लिंक उपलब्ध हो सकते हैं। यहां भी देखें..
शुभांशु शुक्ला इस मिशन के पायलट होंगे और उनके साथ मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्निव्स्की (पोलैंड), और टिबोर कापु (हंगरी) होंगे। यह दल 14 दिनों तक ISS पर रहेगा और 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग करेगा, जिसमें पोषण, कैंसर अनुसंधान, और सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों का अध्ययन शामिल है।
बता दें कि इस मिशन के लिए कुल 60 प्रयोग निर्धारित हैं। इनमें से सात इसरो से हैं और पांच नासा के मानव अनुसंधान कार्यक्रम का हिस्सा हैं। शुक्ला नासा के नेतृत्व में पांच संयुक्त प्रयोगों में भी भाग लेंगे।