अच्छे मानसून के बाद देश में रबी फसलों की बुवाई में 4.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
Rabi crop 2025: देश में इस बार रबी सीजन में बंपर फसल के आसार हैं और किसानों व आम लोगों के लिए जमाना अच्छा होगा। अच्छे मानसून के बाद देश में रबी फसल की ज्यादा बुवाई हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार इस सीजन में कुल बुवाई क्षेत्र 536.76 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले वर्ष के 512.76 लाख हेक्टेयर से 24 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। यह वृद्धि करीब 4.5 प्रतिशत की है। रिपोर्ट के अनुसार मुख्य रबी फसल गेहूं की बुवाई में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस वर्ष गेहूं 275.66 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोया गया, जो पिछले वर्ष के 258.48 लाख हेक्टेयर से 17.18 लाख हेक्टेयर अधिक है। अभी और बुवाई की गुंजाइश है। मानसून सीजन में अतिरिक्त बारिश के कारण देश के राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में सिंचिंत व बारानी दोनों क्षेत्रों में बुवाई बढ़ने से उत्पादन बढ़ने की उम्मीद जगी है। इससे खाद्य सुरक्षा और किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
| फसल | गत वर्ष बुवाई | बुवाई (2025) | बढ़ोतरी (%) |
|---|---|---|---|
| गेहूं | 258.48 | 275.66 | 6.65 |
| चना | 81.67 | 84.91 | 4 |
| धान | 10.64 | 12.44 | 16 |
| सरसों | 81.16 | 84.67 | 4 |
| श्री अन्न (मोटे अनाज) | 41.13 | 41.77 | 1.5 |
नोटः (बुवाई लाख हेक्टयेर में)
पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में लंबे समय से धान-गेहूं चक्र प्रचलित है। सरकार इन राज्यों में फसल चक्र बदलने के लिए क्रॉप डाइवर्सिफिकेशन प्रोग्राम के तहत प्रोत्साहन राशि और बढ़ी हुई एमएसपी दे रही है। फिर भी इन राज्यों में इन फसल पैटर्न में बदलाव धीमा है। पंजाब-हरियाणा में धान कटाई में देरी और अतिवृष्टि के कारण रबी बुवाई में थोड़ी देरी हुई, लेकिन गेहूं का क्षेत्रफल फिर भी बढ़ा है।