Gopal Rai ने अपने पत्र में लिखा कि दिल्ली में डीजल बसें न भेजें बल्कि यहीं की तरह सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों की व्यवस्था करें।
दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के दूसरे चरण (ग्रैप-2) से जुड़े प्रतिबंध लागू होने के कारण पड़ोसी राज्य डीजल बसें नहीं भेज सकेंगे। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्रियों को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वे अपने राज्यों से डीजल बसें दिल्ली नहीं भेंजे। राय ने पत्र में लिखा कि राजधानी में प्रदूषण (Air Pollution) के लिए इन राज्यों से बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचने वाली डीजल बसें भी जिम्मेदार हैं।
गोपाल राय ने कहा कि सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट और रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को सुरक्षा कर्मचारियों को आवश्यक रूप से इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, जिससे कि वो सर्दियों के दौरान खुले में बायोमास नहीं जलाएं। इसके लिए राजस्व विभाग और डीपीसीसी को जरूरी निर्देश जारी करने का आदेश दिया गया है।
पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया है कि वे मोबाइल एंटी स्मॉग गन की तैनाती निर्माण कार्य स्थलों तथा धूल वाले स्थलों पर भी करें। साथ ही रात की ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड को हीटर उपलब्ध करवाएं। दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट मेट्रो और सीएनजी, इलेक्ट्रिक बस सेवा की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएंगी। एंटी डस्ट टीम और हॉट स्पॉट पर कोऑर्डिनेशन टीम को प्रतिदिन कम से कम दो सी एंड डी साइट का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली में हवा की हालत खराब होती जा रही है। मंगलवार को दिल्ली का AQI सोनीपत के बाद देश में सबसे अधिक दर्ज किया गया था। देश के 252 केंद्रों में मंगलवार को सोनीपत, दिल्ली, जींद और श्री गंगानगर में एक्यूआई बेहद खराब रहा। इसका समाधान करने के लिए सरकार ने पानी का छिड़काव सहित दूसरे उपाये तेज करने का निर्देश दिया है। साथ ही सड़कों पर वाहन कम करने के लिए पर्यावरण मंत्री ने डीटीसी और मैट्रो को फ्रीक्वेंसी और फेरे बढ़ाने के निर्देश दिया है।