गुजरात हाईकोर्ट में एक सीनियर एडवोकेट के कथित तौर पर बीयर पीते हुए ऑनलाइन सुनवाई शामिल होने का मामला सामने आया है।
गुजरात हाईकोर्ट में वर्च्युअल सुनवाई की सुविधा शुरू होने पर अदालत की मर्यादा के हनन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पिछले सप्ताह एक शख्स के टॉयलेट सीट पर बैठ सुनवाई का वीडियो सामने आने के बाद अब एक सीनियर एडवोकेट के कथित तौर पर बीयर पीते हुए ऑनलाइन सुनवाई शामिल होने का मामला सामने आया है। बेंच ने तन्ना को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया और कहा कि उनके वरिष्ठ अधिवक्ता पदनाम पर पुनर्विचार किया जाएगा।
हाईकोर्ट ने इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता भास्कर तन्ना के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू की। जस्टिस ए.एस.सुपेहिया और जस्टिस आरटी वच्छानी की बेंच ने तन्ना के आचरण को अपमानजनक करार दिया और उन्हें वर्चुअल माध्यम से उनके समक्ष पेश होने पर रोक लगा दी। बेंच ने कहा कि यह आदेश चीफ जस्टिस के समक्ष रखा जाए और अनुमति मिलने पर अन्य बेंचों को भी भेजा जाएगा।
न्यायमूर्ति ए.एस. सूपेहिया और न्यायमूर्ति आर. टी. वाच्छानी की खंडपीठ ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि इस प्रकार का आचरण न्यायिक व्यवस्था और कानून के शासन पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता के ऐसे अवमाननापूर्ण रवैये का युवा सदस्यों पर गलत संदेश जाता है। माना जा रहा है कि इस रवैये के चलते वरिष्ठ अधिवक्ता का दर्जा छिन सकता है।
आपको बता दे कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें देखकर हर कोई हैरान रह गया था। वायरल वीडिया गुजरात हाईकोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई का है। इस में कथित तौर पर एक शख्स टॉयलेट में बैठे सुनवाई में शामिल हुआ। यह मामला बीते 20 जून का बताया जा रहा है।