Haryana Vidhansabha Chunav: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कैथल जिले की इस सीट पर कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर होने वाली है। दिलचस्प यह है कि दोनों ही पार्टियों के लिए उनके ही बागी मुसीबत बने। पढ़िए पत्रिका के रिपोर्टर नवनीत मिश्र की ग्राउंड रिपोर्ट...
Haryana Vidhansabha Chunav 2024: हरियाणा में कलायत विधानसभा सीट (Kalayat Assembly constituency) यों तो कैथल जिले में आती है लेकिन संसदीय क्षेत्र कुरुक्षेत्र (kurukshetra) लगता है। महाभारतकालीन ईंटों के मंदिर के लिए विख्यात कलायत विधानसभा क्षेत्र में यहां पिछली बार की तरह ही भाजपा और कांग्रेस (BJP Vs Congress in Kalayat Assembly Constituency) के बीच मुख्य मुकाबला है। कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस से गठबंधन के साथ लड़े आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) प्रत्याशी सुशील गुप्ता को इस विधानसभा क्षेत्र में बढ़त मिली थी लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन टूटने के कारण समीकरण बदल चुके हैं।
जाट बहुल इस सीट पर मतदाताओं से बात करने पर पता चलता है कि आप, इनेलो और जेजेपी प्रत्याशियों की ऐसी स्थिति नहीं है कि यहां मुकाबला त्रिकोणीय भी बन सके। इस क्षेत्र में रिपोर्टिंग करने के दरम्यिान यह पता चला है कि यहां जनता से जुड़े मुद्दे गौण हैं। लोग जाति और पार्टी तथा प्रत्याशियों के प्रति निजी पसंद और नापसंद के आधार पर वोट करने वाले हैं। भाजपा के लिए बागी विनोद निर्मल तो कांग्रेस के लिए मैदान में एक से ज्यादा बागी मुसीबत बने हुए हैं।
भाजपा ने लगातार दूसरी बार पूर्व राज्य मंत्री कमलेश ढांडा (BJP Candidate Kamlesh Dhandha) को उतारा है तो कांग्रेस ने हिसार से पार्टी सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी के बेटे विकास सहारण (Congress Candidate Vikas Saharan) पर दांव खेला है। खुद जयप्रकाश इस सीट से 2014 में विधायक रह चुके हैं और 2019 में भाजपा प्रत्याशी कमलेश ढांडा के हाथों हार चुके हैं। जयप्रकाश इस बार हिसार से सांसद बन गए तो बेटे विकास को उतार कर ढांडा से अपनी पराजय का बदला लेने में जुटे हैं। आप से पूर्व पत्रकार अनुराग ढांडा, इनेलो से खुद प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा और जेजेपी से प्रीतम मेहरा चुनाव लड़ रहे हैं।
कलायत में कांग्रेस का टिकट जेपी के बेटे विकास को मिलने से पार्टी की दो महिला दावेदारों श्वेता ढुल और अनिला ढुल नाराज होकर निर्दलीय मैदान में हैं। श्वेता ढुल ने तो कह दिया था -राजा का बेटा ही राजा बनता है, मेरे पिता बड़े नेता होते तो ऐन वक्त पर टिकट कटती क्या? श्वेता की इस टिप्पणी पर ही प्रतिक्रिया में एक चुनावी सभा में जेपी ने 'लिपिस्टक और पाउडर लगाकर नेता बनने' का विवादित बयान दे डाला था। जेपी के विवादित बयान से ढुल खाप के 5 गांवों ने कांग्रेस प्रत्याशी का बहिष्कार कर श्वेता को समर्थन दिया है। इससे कांग्रेस को मुश्किल हो सकती है।