तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने कहा है कि अगर कोई मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने के उनके विजन के खिलाफ जाता है, तो वह कड़ा जवाब देंगे। कबीर ने कहा कि यह कोई अयोध्या नहीं है, जहां कोई बाबरी मस्जिद को हाथ लगा सके।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से सस्पेंड किए गए भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर ने एक बार फिर बवाल मचाने वाल बयान दिया है।
कबीर ने रविवार को आइएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि अगर कोई पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद बनाने के उनके विजन के खिलाफ गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, तो वह कड़ा जवाब देंगे।
कबीर ने निडरता से यह भी कह दिया कि मुर्शिदाबाद में 72 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। ऐसे में यहां बाबरी मस्जिद के बनने से किसी को क्या तकलीफ हो सकती है।
कबीर ने आगे कहा कि उनकी जनता उन्नयन पार्टी आने वाले बंगाल विधानसभा चुनावों में 182 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM और नौशाद सिद्दीकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ गठबंधन करने के बारे में सोच रही है।
जब कबीर से पूछा गया कि कुछ लोग मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। आपको क्या लगता है कि ऐसा क्यों है? इस पर उन्होंने कहा- देखिए, 33 साल पहले बाबरी मस्जिद गिरा दी गई थी।
उसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला दिया, लेकिन उस फैसले में यह नहीं कहा गया कि भारत में कहीं भी बाबरी मस्जिद नहीं बनाई जा सकती। सुप्रीम कोर्ट ने तो बाबरी मस्जिद बनाने के लिए दूसरी जगह 5 एकड़ जमीन भी दी थी।
लेकिन उस इलाके में मुस्लिम आबादी कम है, इसलिए वहां बाबरी मस्जिद नहीं बन पाई। बंगाल में मुस्लिम आबादी 37 प्रतिशत है और मुर्शिदाबाद जिले में यह 72 प्रतिशत है। तो, अगर यहां बाबरी मस्जिद बन रही है, तो मुझे समझ नहीं आता कि इसमें क्या दिक्कत है।
कबीर ने कहा- मैं न तो किसी के लिए परेशानी खड़ी करना चाहता हूं और न ही खुद कोई परेशानी झेलना चाहता हूं। मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि मस्जिद बनाना मेरा अधिकार है और उसका नाम रखना भी।
मान लीजिए मेरे घर में एक लड़का पैदा होता है, तो मैं तय करूंगा कि उसका नाम क्या होगा, है ना? इसी तरह, मैं एक मस्जिद बना रहा हूं और मैंने उसका नाम तय कर लिया है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि दूसरों को इससे क्या दिक्कत है।
इसके बाद, जब कबीर से पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि कुछ ग्रुप लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा- कुछ लोग गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह ऐसी कोई बात नहीं है जिस पर भड़का जाए। अगर कोई गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, तो मैं भी उसी हिसाब से जवाब दूंगा। इसलिए, किसी को भी गड़बड़ी करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। और किसी को भी किसी भी तरह से डरना नहीं चाहिए। और मैं डरने वाला नहीं हूं।
जब पूछा गया कि इस मस्जिद प्रोजेक्ट के लिए आपका भविष्य का विजन क्या है? इस पर उन्होंने कहा- मैंने यह जिम्मेदारी एक कंपनी को सौंपी है। मस्जिद के प्लान और डाइमेंशन के लिए वे पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
उन्होंने आगे कहा- अगर किसी सरकारी अप्रूवल की जरूरत होगी, तो वे उसे भी संभाल लेंगे। फिलहाल, इंजीनियरों की एक टीम इस इलाके में काम कर रही है। इंजीनियरिंग टीम को अपना काम पूरा करने में करीब एक महीना लगेगा। मैं यह पक्का करने की कोशिश कर रहा हूं कि मस्जिद का कंस्ट्रक्शन 15 फरवरी से पहले शुरू हो जाए।
जब पूछा गया कि अगर तृणमूल कांग्रेस समेत दूसरी राजनीतिक पार्टियों के कुछ नेता आपकी पार्टी में शामिल होना चाहेंगे, तो क्या आप उन्हें जगह देंगे?
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी के दरवाज़े हमेशा खुले हैं। मैं पर्सनली सबका स्वागत करूंगा। मैं कहूंगा कि सबको मेरी पार्टी में शामिल होना चाहिए। उन्हें अपना हक लेना चाहिए।
जो लोग इतने लंबे समय से मुसलमानों को धोखा दे रहे हैं, 34 साल की लेफ्ट फ्रंट सरकार ने भी मुसलमानों को धोखा दिया है। और ममता बनर्जी भी यहां 14 साल से सत्ता में हैं। उन्होंने भी मुसलमानों को धोखा दिया है।