S Jaishankar: विदेश मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो।
illegal deportation: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका से प्रवासी भारतीयों को निर्वासित किए जाने के मुद्दें पर गुरुवार को राज्यसभा में जवाब दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि हम अमेरिकी सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वापस लौटने वाले निर्वासितों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार न हो। उन्होंने कहा कि यह सभी देशों का दायित्व है कि यदि उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रहते पाए जाते हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि डिपोर्टेशन की ये कार्रवाई कोई नई नहीं है। आज से पहले भी गैर कानूनी तरीके से लोग किसी भी दूसरे देश में रहते हुए पाए जाते थे, उन्हें उनके देश भेजा जाता था। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि मोबिलिटी और माइग्रेशन किसी देश को आगे बढ़ाने में काफी अहम भूमिका निभाती है।
विदेश मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2009 से डिपोर्ट किए गए भारतीयों की पूरी लिस्ट सदन में रखी।
| साल | लोगों की संख्या |
| 2009 | 734 |
| 2010 | 799 |
| 2011 | 597 |
| 2012 | 530 |
| 2013 | 550 |
| 2014 | 591 |
| 2015 | 708 |
| 2016 | 1303 |
| 2017 | 1024 |
| 2018 | 1180 |
| 2019 | 2042 |
| 2020 | 1889 |
| 2021 | 805 |
| 2022 | 862 |
| 2023 | 670 |
| 2024 | 1368 |
| 2025 | 104 |
राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र की संधि का भी जिक्र किया। एस जयशंकर ने कहा कि ये लीगल माइग्रेशन को सपोर्ट करने और इलीगल माइग्रेशन को हतोस्ताहित करने के लिए है। डिपोर्टेशन के मामले पर हम लगातार अमेरिकी सरकार से संपर्क में हैं ताकि भारतीयों के साथ किसी तरह का अमानवीय बर्ताव ना हो सके।