Bengaluru Stadium Stampede: "मेरा एक ही बेटा था, उसे खो दिया, अब कम से कम उसके मृतदेह को टुकड़ों में मत काटो।" बेंगलुरु भगदड़ में बेटे की मौत के बाद पिता ने लगाई गुहार।
Bengaluru Stampede: बेंगलुरु में एक दुखद भगदड़ ने एक परिवार की जिंदगी उजाड़ दी। यह हादसा तब हुआ, जब एक विजय परेड के दौरान भीड़ अनियंत्रित हो गई। इस भगदड़ में एक युवक की जान चली गई, जिसके बाद उसके पिता का दर्द और गुस्सा सामने आया। पिता ने नेताओं और प्रशासन के सामने अपनी आर्त पुकार रखी, "मेरा एक ही बेटा था, उसे खो दिया, अब कम से कम उसके मृतदेह को टुकड़ों में मत काटो।" यह मार्मिक गुहार सोशल मीडिया और समाचारों में वायरल हो रही है, जिसने लोगों का दिल दहला दिया।
हादसा बेंगलुरु में एक विजय परेड के दौरान हुआ, जिसमें भारी भीड़ जमा थी। अचानक स्थिति बेकाबू हो गई, और भगदड़ मच गई। इस हादसे में कई लोग घायल हुए, और एक युवक की जान चली गई। मृतक के पिता का कहना है कि उनका बेटा भीड़ में फंस गया और उसे बचाया नहीं जा सका।
घटना के बाद मृतक के पिता ने नेताओं और प्रशासन पर गुस्सा जाहिर किया। वे कहते नजर आए, "मेरा बेटा चला गया, अब कम से कम उसके शव का सम्मान करें।" उनका यह बयान उस दर्द को दर्शाता है, जो एक पिता अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद महसूस कर रहा था।
सोशल मीडिया पर इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। कई यूजर्स ने प्रशासन पर सवाल उठाए कि इतनी बड़ी भीड़ के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी। कुछ ने पिता के दर्द के प्रति संवेदना जताई, तो कुछ ने इस हादसे को लापरवाही का नतीजा बताया।
अभी तक प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की बात कही जा रही है। यह हादसा एक बार फिर भीड़ प्रबंधन और सार्वजनिक आयोजनों में सुरक्षा की कमी को उजागर करता है। मृतक के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लोग इस बात की मांग कर रहे हैं कि इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।